चैंपियन को नेशनल गेम्स के चयन शिविर में शामिल होने से रोका
फोटो सुनील- कई बार जीती है राज्यस्तरीय चैंपियनशिप, नेशनल में भी किया है प्रतिनिधित्व- दर्जी का काम करते हैं लोहरदगा के युसुफ और कुद्दूस अंसारी संवाददाता रांची बैडमिंटन में राष्ट्रीय स्तर पर कई बार झारखंड का प्रतिनिधित्व कर चुके व पदक जीत चुके युसुफ अंसारी और कुद्दूस अंसारी को 8 से 10 अक्तूबर तक रांची […]
फोटो सुनील- कई बार जीती है राज्यस्तरीय चैंपियनशिप, नेशनल में भी किया है प्रतिनिधित्व- दर्जी का काम करते हैं लोहरदगा के युसुफ और कुद्दूस अंसारी संवाददाता रांची बैडमिंटन में राष्ट्रीय स्तर पर कई बार झारखंड का प्रतिनिधित्व कर चुके व पदक जीत चुके युसुफ अंसारी और कुद्दूस अंसारी को 8 से 10 अक्तूबर तक रांची में आयोजित चयन शिविर में हिस्सा लेने से रोक दिया गया़ यह सब लोहरदगा के सर्किल ऑफिसर सह खेल पदाधिकारी महेंद्र कुमार के इशारे पर हुआ है यह आरोप झारखंड प्रदेश यूथ मोमिन कांफ्रेंस व हेल्प एंड केयर वेलफेयर सोसाइटी के संवाददाता सम्मेलन में एमएलसी अमानत अली, अध्यक्ष अयूब अली, अरशद खान, मो आजाद, इरफान आलम, इमरान आलम, मो इरशाद, मो सादिक, मो जैद व अन्य ने लगाया़ उन्होंने खेल मंत्री व झारखंड सरकार से मांग की है कि दोनों भाईयों को अविलंब झारखंड टीम में शामिल किया जाये, मामले की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषी पदाधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये़ साथ ही झारखंड की विभिन्न टीमों में कितने मुसलिम खिलाड़ी हैं, इसकी जांच करायी जाये और मुसलिम खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने के लिए एक समिति का गठन किया जाये़फॉर्म में त्रुटि नहीं, पर रिजेक्ट कियायुसुफ अंसारी ने बताया कि जब वह बैडमिंटन एसजीएफआई स्कूल नेशनल सेलेक्शन मैच के लिए अपना और अपने भाई का इंट्री फॉर्म जमा कराने के लिए लोहरद्गा से रांची आया, तब टूर्नामेंट के सेलेक्शन टीचर भरत कुमार साह ने कोई त्रुटि न होने के बावजूद यह कह कर फॉर्म रिजेक्ट कर दिया कि लोहरद्गा के खेल पदाधिकारी महेंद्र कुमार ने उन्हें फोन कर दोनों का फॉर्म रिजेक्ट करने को कहा है़ यदि वह पुन: फोन कर इसकी अनुमति देंगे, तभी फॉर्म स्वीकार किये जायेंगे़ उसने कई बार जिला खेल पदाधिकारी से फोन पर संपर्क की कोशिश की, पर बात नहीं हो पायी़ युसुफ ने 13, 14, 15,16,17 और 19 आयुवर्ग में झारखंड की बैडमिंटन चैंपियनशिप जीती है़ कई बार उपविजेता भी रहा है़ उसने आरोप लगाया कि खेल पदाधिकारी ने अपने जान पहचान के खिलाडि़यों को शामिल करने के लिए दोनों भाईयों के साथ अन्याय किया है़ विदित हो कि दोनों भाई दर्जी का काम करते हैं़ इस पूरे प्रकरण से दिसंबर में पुणे में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में शामिल होने के उनके सपनों पर ग्रहण लग गया है़