जिनेवा में अंतरसंसदीय संघ की बैठक, सुमित्रा महाजन ने कहा

महिला-पुरुष को समान समझने की जरूरतब्यूरो, कैंप ऑफिस, जिनेवा (स्विट्जरलैंड)अंतर संसदीय संघ की 131 वीं सभा, जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में चल रही है. इसमें भाग लेने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के नेतृत्व में एक संसदीय शिष्टमंडल गया हुआ है. स्पीकर ने 13 अक्तूबर को ‘महिला-पुरुष समानता का लक्ष्य प्राप्त करना, महिलाओं के प्रति हिंसा समाप्त करना’ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2014 11:49 AM

महिला-पुरुष को समान समझने की जरूरतब्यूरो, कैंप ऑफिस, जिनेवा (स्विट्जरलैंड)अंतर संसदीय संघ की 131 वीं सभा, जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में चल रही है. इसमें भाग लेने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के नेतृत्व में एक संसदीय शिष्टमंडल गया हुआ है. स्पीकर ने 13 अक्तूबर को ‘महिला-पुरुष समानता का लक्ष्य प्राप्त करना, महिलाओं के प्रति हिंसा समाप्त करना’ विषय पर आम बहस के दौरान कहा कि महिलाएं समाज का आधार होती हैं. किसी सभ्यता की श्रेष्ठता का आकलन वहां की महिलाओं की स्थिति से किया जा सकता है. उन्होंने समाज में चिरस्थायी शांति और समृद्धि के लिए सभी प्रकार की लिंग आधारित असमानता और हिंसा को समाप्त करने के लिए संयुक्त प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनुकूल वातावरण पैदा करने सहित महिलाओं के प्रति परंपरागत सोच बदलने की जरूरत है. महिलाओं और पुरुषों को समान समझने की आवश्यकता है. लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के उप सभापति प्रो पीजे कुरियन और सांसद राकेश सिंह ने अंतर संसदीय संघ की शासी परिषद के 195 वें सत्र की पहली बैठक में भाग लिया.सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय और कुमारी सुष्मिता देव ने राष्ट्रीय संप्रभुता, राष्ट्रों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने और मानव अधिकारों के संबंध में अंतरराष्ट्रीय कानून(अंतर संसदीय संघ की लोकतंत्र और मानवाधिकार संबंधी तीसरी स्थायी समिति) विषयक प्रारूप पर हो रही चर्चा में भाग लिया. अंतर संसदीय संघ की शांति और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी पहली स्थायी समिति में सांसद डॉ सत्यपाल सिंह ने शिष्टमंडल के सदस्यों को अप्रैल, 2008 में केप टाऊन, दक्षिण अफ्रीका में अंगीकार किये गये अंतर संसदीय संघ के संकल्प ‘राष्ट्रीय सुरक्षा, मानव सुरक्षा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के बीच संतुलन बनाने और लोकतंत्र के समक्ष खतरे को रोकने में सांसदों की भूमिका’ के कार्यान्वयन में संसद द्वारा की गयी पहलों के बारे में बताया.वहीं, सांसद पूनमबेन हेमंतभाई ने अंतर संसदीय संघ के युवा सांसदों के मंच की बैठक में भाग लिया. 14 अक्तूबर को सुदीप बंद्योपाध्याय ने ‘इबोला संक्रामक रोग के प्रति त्वरित और मजबूत अंतरराष्ट्रीय कार्यवाही का समर्थन करने तथा इबोला तथा अन्य संक्रामक रोगों के प्रकोप के लिए तैयार रहने और इसके लिए प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करनेवाले कानूनों के अधिनियम में संसदों की भूमिका’ विषयक आपात मद पर सभा में हुई चर्चा में भाग लिया.राज्यसभा सांसद हरिवंश ने 2014 जलवायु परिवर्तन सम्मेलन ‘अंतर संसदीय संघ की सतत विकास, वित्त और व्यापार संबंधी दूसरी स्थायी समिति’ में सांसदों के योगदान पर चर्चा में भाग लिया. उन्होंने लोकतांत्रिक और समतावादी अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देना (संयुक्त राष्ट्र मामलों संबंधी चौथी स्थायी समिति) विषय पर संयुक्त राष्ट्र के स्वतंत्र विशेषज्ञ, प्रोफेसर अल्फ्रेड डी जायस के साथ परस्पर चर्चा में भी भाग लिया.

Next Article

Exit mobile version