महिलाएं घर से सजा रही हैं दीवाली का बाजार

आधी आबादी के लिए फोटो लता में महिला परिवार के नाम से (शीतल व मीना ) नाम से …..रांची. महिलाओं में यदि हुनर हो तो उसके दम पर अपनी पहचान बना सकती हैं, स्वरोजगार से जुड़ सकती हैं. सशक्तीकरण की ओर कदम बढ़ा सकती हैं. घर पर ही रह कर विशेष मौकों के लिए अपनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2014 11:02 PM

आधी आबादी के लिए फोटो लता में महिला परिवार के नाम से (शीतल व मीना ) नाम से …..रांची. महिलाओं में यदि हुनर हो तो उसके दम पर अपनी पहचान बना सकती हैं, स्वरोजगार से जुड़ सकती हैं. सशक्तीकरण की ओर कदम बढ़ा सकती हैं. घर पर ही रह कर विशेष मौकों के लिए अपनी प्रतिभा उजागर कर सकती हैं. ऐसे ही एक परिवार की महिला सदस्यों की बात हम यहां कर रहें हैं, जो एकजुट हो कर दीवाली के लिए अपने घर से बाजार के लिए सामान तैयार कर रही हैं. इन्हीं के उत्पाद शहर के अधिकांश दुकानों में ग्राहकों के लिए सजाये जाते हैं. शीतल व मीना की अगुआई में परिवार की महिला सदस्य पूरे वर्ष कड़ी मेहनत से दीवाली से जुड़े घर के सजावट की सामग्री तैयार करती हैं, स्वरोजगार से जुड़ रही हैं. इसे अपना कर ये महिला उद्यमिता के क्षेत्र में कदम रखने के साथ-साथ अपनी पहचान बना रही हैं. इनके द्वारा बनाये गये हैंड मेड उत्पादों की मांग काफी बढ़ रही है, घर से इनके उत्पादों की जोरदार बिक्री हो रही है….दीवाली से जुड़े इन उत्पादों को अपने हाथ से बनाती हैं..पूजा की थाली, वंदरवार, रेडीमेड रंगोली,भगवान के कपड़े, गहने, दीया, आसन व पूजा से जुड़े डेकोरेटिव आइटम.वेस्ट मेटेरियल का प्रयोग ज्यादा ये महिलाएं इन उत्पादों को वेस्ट मेटेरियल से बनाती हैं. पुरानी साड़ी, टी शर्ट, मिठाई के डब्बे, घर की पुरानी यूजलेस चीजें, पेपर, पुराने इमिटेशन ज्वेलरी व अन्य चीजों के उत्पाद के प्रयोग से नया क्रियेशन करती है. उत्पादों को अपने अंदाज में सजा-संवार कर अनमोल व आकर्षक बनाने की बखूबी कला है इन महिलाओं में. हैंड मेड रंगोली की मांग ज्यादायूं तो हाथ के बने हर उत्पाद की मांग ज्यादा होती है. पर दीवाली के लिए विशेष कर इनके हाथ के बने हैंड मेड रंगोली की ज्यादा मांग है. बदलते जमाने के साथ-साथ अब महिलाएं रंगोली में घंटों समय देने की जगह हैंड मेड रंगोली इस्तेमाल करना पसंद करती हैं. जिसकी मांग भी ज्यादा है. इस हैंड मेड रंगोली को कई बार प्रयोग में लाया जा सकता है. कई अवसरों में इस्तेमाल किया जा सकता है. इसी उद्देश्य से हैंड मेड रंगोली बनाना इनकी पहली प्राथमिकता होती है. कम लागत में भी कर सकते हैं शुरुआत यदि आपके अंदर प्रतिभा हो तो बहुत कम लागत से आप अपने घर से ही शुरुआत कर सकती हैं. जिसका रिटर्न ज्यादा होता है. बेस्ट मेटेरियल के माध्यम से बहुत कम खर्च में ही इन उत्पादों को तैयार किया जाता है. जिसकी बाजार में मांग व कीमत ज्यादा होती है. अपने हुनर से गरीब बेटियों को आगे बढ़ाना है लक्ष्य : शीतल व मीना हम महिलाओं को सशक्त करने के लिए बीच-बीच में ऐसे क्रिएटिव क्लास का आयोजन करते हैं. अब हमारा लक्ष्य है कि हम झारखंड की गरीब बेटियों को अपने हुनर से तराश सकें. ताकि ये बेटियां सशक्त बनें व आत्मनिर्भर हो सकें. महिलाओं को चाहिए कि घर के काम काज को निबटाने के बाद अपनी प्रतिभा के दम पर आगे बढ़े. अपनी पहचान बनाएं.

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