देवघर भूमि घोटाला कृपया देख लें

देवघर भूमि घोटाला. दो वर्ष बाद सीबीआइ ने जांच पूरी की, सौंपा चार्जशीटमुख्य संवाददाता, देवघरदेवघर के बहुचर्चित भूमि घोटाले में सीबीआइ धनबाद ने चार्जशीट दायर कर दिया है. दायर चार्जशीट में अधिकारी व सरकारी कर्मचारी सहित 71 लोगों के नाम शामिल हैं. 826 एकड़ जमीन घोटाले में सीबीआइ ने पूर्व एसडीओ राम नारायण राम, देवघर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2014 11:02 PM

देवघर भूमि घोटाला. दो वर्ष बाद सीबीआइ ने जांच पूरी की, सौंपा चार्जशीटमुख्य संवाददाता, देवघरदेवघर के बहुचर्चित भूमि घोटाले में सीबीआइ धनबाद ने चार्जशीट दायर कर दिया है. दायर चार्जशीट में अधिकारी व सरकारी कर्मचारी सहित 71 लोगों के नाम शामिल हैं. 826 एकड़ जमीन घोटाले में सीबीआइ ने पूर्व एसडीओ राम नारायण राम, देवघर के तत्कालीन सीओ सिद्धार्थ शंकर चौधरी, तत्कालीन अभिलेखागार प्रभारी मिथिलेश झा, तत्कालीन भूमि सुधार उपसमाहर्ता भोगेंद्र ठाकुर, मोहनपुर के तत्कालीन सीओ वीरेंद्र कुमार राय, अधिकारी नवीन किशोर सुवर्णा, आरके मधेशिया, ध्रुव नारायण परिहस्त, देवनारायण परिहस्त, महेश्वरी देवी, सुनील खवाड़े, कन्हैया झा, राजेश कुमार श्रृंगारी सहित 71 लोगों को अभियुक्त बनाया है. सीबीआइ ने चार्जशीट में इतने बड़े जमीन घोटाले का सूत्रधार धु्रव नारायण परिहस्त और उसके पिता देव नारायण परिहस्त को करार दिया है. एक हजार करोड़ का है यह भूमि घोटालाझारखंड के सबसे बड़े भूमि घोटाले का खुलासा वर्ष 2010-2011 में तत्कालीन डीसी मस्तराम मीणा ने किया. विभिन्न स्रोतों से मिली शिकायत के आधार पर तत्कालीन डीसी श्री मीणा ने जमीन घोटाले की शिकायत की जांच के लिए कमेटी बनायी. कमेटी को जांच में बड़ा मामला मिला. तकरीबन एक हजार करोड़ के भूमि घोटाले का भंडाफोड़ हुआ. इस घोटाले में सरकारी कर्मियों की मिलीभगत से भू-माफियाओं ने 2000 से 2011 के बीच 826 एकड़ सरकारी और निजी भू-खंड बेच दिये थे.

Next Article

Exit mobile version