ट्रांसपोर्ट सर्विस के लिए अधिक दर पर हुआ समझौता
निगरानी की जांच में हुआ खुलासा सुरेंद्र टूरिस्ट एंड ट्रांसपोर्ट सर्विस को मिला था काम रांची: 34 वें नेशनल गेम के दौरान ट्रांसपोर्ट सर्विस के लिए जिस सुरेंद्र टूरिस्ट एंड ट्रांसपोर्ट सर्विस को काम दिया गया था, उसमें भी वित्तीय गड़बड़ी हुई थी. इसका खुलासा निगरानी जांच में हुआ है. निगरानी ने जांच में पाया […]
निगरानी की जांच में हुआ खुलासा सुरेंद्र टूरिस्ट एंड ट्रांसपोर्ट सर्विस को मिला था काम रांची: 34 वें नेशनल गेम के दौरान ट्रांसपोर्ट सर्विस के लिए जिस सुरेंद्र टूरिस्ट एंड ट्रांसपोर्ट सर्विस को काम दिया गया था, उसमें भी वित्तीय गड़बड़ी हुई थी. इसका खुलासा निगरानी जांच में हुआ है. निगरानी ने जांच में पाया है एनजीओसी के पदाधिकारियों ने ट्रांसपोर्ट सर्विस के लिए एकल निविदा के आधार पर सुरेंद्र टूरिस्ट एंड ट्रांसपोर्ट सर्विस कॉरपोरेशन का चयन किया था, जिसे जांच के दौरान निगरानी ने गलत पाया है. निगरानी ने जांच में यह भी पाया कि कंपनी के साथ रेट तय करने से पहले झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन से विभिन्न प्रकार के वाहनों का भाड़ा दर प्राप्त नहीं किया गया था. निगरानी ने जांच के दौरान झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की ओर से उपलब्ध कराये गये वाहनों के दर की तुलना करने पर पाया कि एनजीओसी के पदाधिकारियों ने सुरेंद्र टूरिस्ट एंड ट्रांसपोर्ट सर्विस के साथ 3,47,33,000 रुपये अधिक दर पर समझौता हुआ था. इस कारण सरकार को वित्तीय हानी हुई. सुरेंद्र टूरिस्ट एंड ट्रांसपोर्ट सर्विस को एग्रीमेंट के पश्चात 20 दिसंबर, 2008 को कुल 2,29,47,900 रुपये अग्रिम दिया गया. जब 2011 में राष्ट्रीय खेल संपन्न हुआ, तब सुरेंद्र टूरिस्ट एंड ट्रांसपोर्ट सर्विस ने वाहनों की आपूर्ति का काम नहीं किया. लेकिन एनजीओसी के पदाधिकारियों ने कंपनी को भुगतान की गयी अग्रिम राशि वापस नहीं ली.