सांसदों को करना होगा सौ दिन काम
नयी दिल्ली. संसद में अब सांसदों को 100 दिन काम करना पड़ेगा और साथ ही उनको आचरण पर भी ध्यान देना होगा. केंद्र सरकार ने सदन की कार्रवाई को लेकर बड़े फैसले के संकेत दिये हैं. संसद में आये दिन हंगामा मचा रहता है. सरकार का मानना है कि अगर विरोध एक दायरे में रह […]
नयी दिल्ली. संसद में अब सांसदों को 100 दिन काम करना पड़ेगा और साथ ही उनको आचरण पर भी ध्यान देना होगा. केंद्र सरकार ने सदन की कार्रवाई को लेकर बड़े फैसले के संकेत दिये हैं. संसद में आये दिन हंगामा मचा रहता है. सरकार का मानना है कि अगर विरोध एक दायरे में रह कर करना चाहिए, नहीं तो संसद का वक्त और जनता का पैसा दोनों बरबाद होता है और इसको रोकने के लिए ही सरकार ये कदम उठा रही है.संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि संसद की कार्यवाही साल में कम से कम सौ दिन चलनी चाहिए. इसके अलावा वेंकैया के पत्र में सांसदों के आचरण को लेकर भी सुझाव दिया गया है. इसके मुताबिक अगर कोई सांसद सदन मे हंगामा करके कार्यवाही को बाधित करता है, तो उसका एक दिन का वेतन और भत्ता काट लेना चाहिए. इसके साथ ही सदन में खराब व्यवहार पर आचार संहिता के अनुसार तुरंत कार्रवाई की जाए. संसदीय कार्यमंत्री ने संसद के साथ-साथ विधानसभाओं को लेकर भी कुछ सुझाव सामने रखे हैं. उन्होंने सभी विधानसभा अध्यक्षों और मुख्यमंत्रिया को भी पत्र लिख कर कहा है कि 30 विधायकों से कम संख्या वाली विधानसभा कम से कम चालीस दिन और 30 से ज्यादा संख्या वाली एसेंबली कम से कम 70 दिन जरूर चले.भाजपा पत्र में, विपक्ष खिलाफभाजपा का कहना है कि सरकार से इस कदम से संसद को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलेगी. उधर, विपक्ष ने वेंकैया के पत्र पर सवाल खड़े किये हैं. उसका कहना है कि जब भाजपा विपक्ष में थी तो उन्हे ये खयाल क्यों नहीं आया.