सिख बुजुर्ग से भेदभाव का मामला (फ्लैग)

त्रअमेरिकी अटॉर्नी ने न्यू यॉर्क कारा विभाग को लिखात्रकारा विभाग से ‘गलत व्यवहार’ पर स्पष्टीकरण मांगाएजेंसियां, न्यू यॉर्कअमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भराड़ा के कार्यालय ने एक बुजुर्ग सिख के खिलाफ कथित धार्मिक भेदभाव के मुद्दे को न्यू यॉर्क सिटी कारा विभाग के समक्ष उठाया है. बुजुर्ग फरवरी, 2012 में अपने बेटे से मिलने कारागार गये थे, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2014 11:02 PM

त्रअमेरिकी अटॉर्नी ने न्यू यॉर्क कारा विभाग को लिखात्रकारा विभाग से ‘गलत व्यवहार’ पर स्पष्टीकरण मांगाएजेंसियां, न्यू यॉर्कअमेरिकी अटॉर्नी प्रीत भराड़ा के कार्यालय ने एक बुजुर्ग सिख के खिलाफ कथित धार्मिक भेदभाव के मुद्दे को न्यू यॉर्क सिटी कारा विभाग के समक्ष उठाया है. बुजुर्ग फरवरी, 2012 में अपने बेटे से मिलने कारागार गये थे, तो उन्हें पगड़ी उतारने के लिए कहा गया था. अपने बेटे से मिलने के लिए फरवरी 2012 के बाद से गुरभेज सिंह संधू कई बार राइकर्स आइलैंड कारा गए। उनका बेटा वहीं अपनी सजा काट रहा है.सिख समूह ‘यूनाइटेड सिख’ ने कहा है कि गुरभेज सिंह संधू जब भी अपने बेटे से मिलने गये, तो हर बार उन्हें अपनी पगड़ी उतारने के लिए कहा गया, जबकि उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों को समझाया भी कि सिख पहचान का यह जरूरी हिस्सा है और इसे हटाना अपमानजनक तथा सिखों के विश्वास को चोट पहुंचानेवाला है. सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि अगर वह उनके आदेशों का पालन नहीं करेंगे, तो वह अपने बेटे से नहीं मिल पायेंगे. अधिकार समूह की कानूनी टीम ने शहर के कारा विभाग को एक पत्र लिख कर बुजुर्ग सिख से ‘गलत व्यवहार’ के लिए स्पष्टीकरण की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version