विवादों को दरकिनार कर आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे भारत-चीन
नयी दिल्ली. सीमा विवाद के कारण आपसी रिश्तों की खाई को पाटते हुए भारत आतंकवाद के खिलाफ चीन के साथ अभियान चलायेगा. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसके जरिये दोनों देशों की सरकारें आपसी दूरियां कम करने के संकेत दिख रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने यह भी कहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने […]
नयी दिल्ली. सीमा विवाद के कारण आपसी रिश्तों की खाई को पाटते हुए भारत आतंकवाद के खिलाफ चीन के साथ अभियान चलायेगा. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इसके जरिये दोनों देशों की सरकारें आपसी दूरियां कम करने के संकेत दिख रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों ने यह भी कहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले महीने से दोनों देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर मुकाबला करने के लिए सीमा पर संयुक्त सैन्य अभ्यास करने के लिए चीने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. हालांकि चीन के पाकिस्तान के साथ भी गहरे संबंध हैं. भारत-चीन के सैकड़ों सैनिक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में अपनी-अपनी सीमाओं पर युद्धाभ्यास के लिए एकत्रित होंगे, जहां पर विवादित तरीके से सड़कों और चौकियों का निर्माण कार्य जारी है. चीन की ओर से भारतीय सीमा में सड़क निर्माण कराने का आरोप है, तो भारत की ओर से चीन की सीमा पर सैनिक चौकियां बनाने का आरोप लगाया जा रहा है. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के चीन मामलों के विशेषज्ञ जयदेव राणाडे का कहना है कि यह अभ्यास दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली के लिए किये जा रहे प्रयास का एक नमूना भर है और इसमें सभी रुचि ले रहे हैं.