नासा के हबल टेलीस्कोप ने ढूंढी नयी आकाशगंगा
एजेंसियां, वॉशिंगटननासा के हबल टेलीस्कोप ने एक बहुत छोटी आकाशगंगा देखी है. यह विशालकाय आवर्धक लेंस द्वारा खोजी गयी अब तक की आकाशगंगाओं में सबसे ज्यादा दूरी पर है. इसकी दूरी 13 अरब प्रकाश वर्ष मापी गयी है. एक अध्ययन के मुताबिक, इस आकाशगंगा से ब्रह्मांड के बनने की प्रक्रि याओं और इसके इतिहास का […]
एजेंसियां, वॉशिंगटननासा के हबल टेलीस्कोप ने एक बहुत छोटी आकाशगंगा देखी है. यह विशालकाय आवर्धक लेंस द्वारा खोजी गयी अब तक की आकाशगंगाओं में सबसे ज्यादा दूरी पर है. इसकी दूरी 13 अरब प्रकाश वर्ष मापी गयी है. एक अध्ययन के मुताबिक, इस आकाशगंगा से ब्रह्मांड के बनने की प्रक्रि याओं और इसके इतिहास का पता चल सकता है.कैलीफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एडी जिट्रीन के मुताबिक, यह खोज मैसिव गैलेक्सी क्लस्टर अबेल 2744 जिसे पंडोरा क्लस्टर कहते हैं, के लेंसिंग पावर के उपयोग से की गयी. यह किसी भी आकाशगंगा की तीन बड़ी तसवीरें बनाता है.इस आकाशगंगा को मिल्की वे आकाशगंगा से 850 प्रकाश वर्ष और 500 गुना छोटा मापा गया है. जिट्रीन के मुताबिक, अपने छोटे आकार और कम वजन के कारण यह आकाशगंगा तारों के बनने की प्रक्रि या में भी शामिल होती है.टीम ने रंग विश्लेषण तकनीक का प्रयोग किया और अनेक तसवीरें निकालकर इसकी दूरी का पता लगाया. जिट्रीन ने कहा कि इस खोज से यह बात साबित होती है कि अभी भी तारामंडल में कई ऐसी आकाशगंगाएं हैं, जिनका हमें पता नहीं है. हमें उनकी खोज में प्रयासरत रहना चाहिए. इससे हमें यह पता लग सकेगा कि आकाशगंगाएं और ब्रह्मांड किस तरह एक-दूसरे का साथ देते हैं.