ओके …दशहरा फीका, दीपावली बेनूर

हाल बारियातू प्रखंड का. मजदूरी मद में बकाया है 40 लाख फ्लायर…पांच माह से नहीं मिली मनरेगा कार्यों की मजदूरीप्रतिनिधि, बारियातू (लातेहार)ग्रामीण क्षेत्रों में जिस मकसद से मनरेगा का कार्य शुरू किया गया था, वह मंजिल अभी तक दूर है. जरूरत भर रोजगार मुहैया नहीं हो पा रहा है. नतीजतन, पलायन जारी है. मई 2014 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 19, 2014 11:02 PM

हाल बारियातू प्रखंड का. मजदूरी मद में बकाया है 40 लाख फ्लायर…पांच माह से नहीं मिली मनरेगा कार्यों की मजदूरीप्रतिनिधि, बारियातू (लातेहार)ग्रामीण क्षेत्रों में जिस मकसद से मनरेगा का कार्य शुरू किया गया था, वह मंजिल अभी तक दूर है. जरूरत भर रोजगार मुहैया नहीं हो पा रहा है. नतीजतन, पलायन जारी है. मई 2014 से अब तक मजदूरों को भुगतान नहीं मिला है. पूर्व में बीडीओ आफताब आलम ने दशहरा तक भुगतान कराने की बात कही थी. बावजूद अब तक दिहाड़ी मजदूरों को एक रुपया भी मजदूरी नहीं मिली. प्रखंड के नौ पंचायत में कुल 40 लाख रुपये का भुगतान बकाया है. सुकरा गंझू, बिनोद तुरी, राम प्रवेश सिंह, भुकन भुइयां, चरितर गंझू समेत विभिन्न गांवों के सैकड़ों मजदूर के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. उनका कहना है कि रोज काम करके पेट भरना है. अगर इतने दिनों तक पैसा नहीं मिलेगा, तो जीवनयापन कैसे संभव है. पैसे की बाट जोहते दशहरा पार हो गया. दीवाली भी आ गयी. ग्रामीण क्षेत्र से लगातार पलायन जारी है. मनरेगा के तहत कुल 14253 मजदूर निबंधित हैं. एफटीओ सिस्टम में फंसा पैसा मनरेगा में अब एफटीओ विधि से भुगतान हो रहा है. इसमें सर्वप्रथम प्रखंड कार्यालय से चेक काट कर बैंक को दिया जाता है. बैंक इसका ड्राफ्ट बना कर प्रधान डाकघर मेदिनीनगर को देता है. यहां मजदूरों के खाता में रुपये डाले जाते हैं. फिर इसे जिला डाक घर को भेजा जाता है. यह प्रखंड के उप डाकघर के माध्यम से शाखा डाक घर को जाता है, तब भुगतान संभव हो पाता है. इतनी जटिल प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद भुगतान मिलता है. नतीजतन श्रमिक मनरेगा का वास्तविक लाभ से वंचित हो जा रहे हैं. प्रखंड के फुलसू पंचायत के एफटीओ नं 120815 में 42 हजार रुपये, 120823 में 61 हजार रुपये, 30270 में 77 हजार रुपये, शिबला पंचायत के 106205 में 65,712 रुपये, 105327 में 56,880 रुपये, बारियातू पंचायत के 20676 में 65,412 रुपये, 20679 में 76,914 रुपये तथा 20680 में 62,450 रुपये के अलावा टोंटी, अमरवाडीह, गोनिया, बालूभांग, शिबला व डाढ़ा पंचायत के अब तक लाखों रुपये मजदूरी मद के फंसे हैं. मई 2014 से अब तक कुल 40 लाख रुपये का भुगतान लंबित है. खाता फ्रिज होते ही भुगतान : बीडीओ बीडीओ आफताब आलम ने मजदूरी भुगतान के बाबत कहा कि मेदिनीनगर डाकघर में मजदूरों का खाता फ्रिज नहीं हो पाया है. प्रक्रिया जारी है. पूर्ण होते ही भुगतान होगा. हालांकि बीडीओ ने पूर्व में दशहरा तक भुगतान की बात कही थी. जिला में नहीं है आवंटन : बीपीओ मनरेगा बीपीओ अविनाश कुमार सिंह ने इस बाबत कहा कि जिला में मनरेगा मद में आवंटन नहीं था. रुपये आ गये हैं. दो-चार दिन में भुगतान हो जायेगा.

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