मछली पालन में मिलकर काम करेंगे झारखंड-तेलंगाना

(फोटो : ट्रैक में)तेलंगाना के मंत्रियों ने किया दौराकेज कल्चर से हो रहे मछली पालन को देखने तेलंगाना से आयेंगे मछली पालक वरीय संवाददाता, रांची झारखंड और तेलंगाना ने मछली उत्पादन के क्षेत्र में मिलकर काम करने का निर्णय लिया है. दो दिनों के झारखंड दौरे पर आये तेलंगाना के मंत्रियों ने यहां मछली उत्पादन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2014 11:02 PM

(फोटो : ट्रैक में)तेलंगाना के मंत्रियों ने किया दौराकेज कल्चर से हो रहे मछली पालन को देखने तेलंगाना से आयेंगे मछली पालक वरीय संवाददाता, रांची झारखंड और तेलंगाना ने मछली उत्पादन के क्षेत्र में मिलकर काम करने का निर्णय लिया है. दो दिनों के झारखंड दौरे पर आये तेलंगाना के मंत्रियों ने यहां मछली उत्पादन के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की सराहना की. शालीमार बाजार स्थित मत्स्य प्रशिक्षण केंद्र में मछली पालकों को संबोधित करते हुए तेलंगाना के कृषि व पशुपालन मंत्री पी रेड्डी ने कहा कि उनके राज्य की 75 फीसदी आबादी कृषि, सहकारिता, पशुपालन तथा मछली पालन से जुड़ी हुई है. इसे बढ़ावा देने के लिए हम अपने राज्य के मछली पालकों को यहां केज कल्चर से हो रहे मछली उत्पादन को देखने के लिए भेजेंगे. यहां के अधिकारी भी वहां आयंे. 40 लाख आबादी निर्भर तेलंगाना के वित्त मंत्री इ राजेंद्र ने कहा कि 40 लाख आबादी मत्स्य पालन से जुड़ी है. इसका बड़ा बाजार भी है. इस क्षेत्र में अच्छा काम करने से लोगों को फायदा होगा. इसमें झारखंड के सहयोग की जरूरत है. मत्स्य के क्षेत्र में अनुसंधान की भी संभावना है. इस दिशा में काम दोनों राज्य मिल कर काम कर सकते हैं. रोजगार से दूर होगी नक्सल समस्या राज्य के पशुपालन मंत्री मन्नान मल्लिक ने कहा है कि दोनों राज्य नक्सल समस्या से जूझ रहे हैं. रोजगार को बढ़ावा देकर ही इसे दूर किया जा सकता है. जहां उद्योग नहीं है, वहां कृषि व पशुपालन से ही रोजगार का सृजन हो सकता है. इस मौके पर विभाग के तेलंगाना के विधायक रवींद्र रेड्डी, अपर मुख्य सचिव आदित्य स्वरूप, निदेशक मत्स्य राजीव कुमार, तेलंगाना के मत्स्य आयुक्त साहिब बाबा आदि मौजूद थे. संचालन आशीष द्विवेदी ने किया. धन्यवाद ज्ञापन मनोज कुमार ने किया.

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