फिर निजी हाथों में कोल ब्लॉक देने की तैयारी : एटक
एक नवंबर को विरोध दिवसरांची. एटक ने भारत सरकार के उस फैसले का विरोध किया है, जिसमें इ-ऑक्शन से कोल ब्लॉक आवंटन की बात कही गयी है. सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार ने फिर से कोल ब्लॉक को नीलाम करने का निर्णय लिया है. एटक से संबद्ध यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन […]
एक नवंबर को विरोध दिवसरांची. एटक ने भारत सरकार के उस फैसले का विरोध किया है, जिसमें इ-ऑक्शन से कोल ब्लॉक आवंटन की बात कही गयी है. सोमवार को हुई कैबिनेट की बैठक में केंद्र सरकार ने फिर से कोल ब्लॉक को नीलाम करने का निर्णय लिया है. एटक से संबद्ध यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के महामंत्री लखन लाल महतो ने कहा है कि कोल ब्लॉक को एक बार फिर निजी हाथों में देने की तैयारी हो रही है. यही काम यूपीए सरकार ने किया था. खदानों के निजी हाथों में जाने से मजदूरों में असुरक्षा की भावना पनपेगी. विस्थापितों को उनका सही मुआवजा, नियोजन, पुनर्वास का लाभ नहीं मिलेगा. एक नवंबर को सरकार के इस निर्णय के खिलाफ विरोध दिवस मनाया जायेगा. आंदोलन को आगे भी जारी रखा जायेगा.