अजय तिर्की ने सरना समिति के नाम का गलत उपयोग किया
दर्ज होगी प्राथमिकी: सरना समितिसंवाददातारांची : केंद्रीय सरना समिति ने निर्णय लिया है कि समिति का गलत उपयोग करनेवाले अजय तिर्की पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. समिति दीपावली के बाद इस मामले को लेकर न्यायालय में केस करेगी. उक्त बातें केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, महासचिव सत्यनारायण लकड़ा, कार्यालय सचिव बाना मंुडा, कोषाध्यक्ष […]
दर्ज होगी प्राथमिकी: सरना समितिसंवाददातारांची : केंद्रीय सरना समिति ने निर्णय लिया है कि समिति का गलत उपयोग करनेवाले अजय तिर्की पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. समिति दीपावली के बाद इस मामले को लेकर न्यायालय में केस करेगी. उक्त बातें केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, महासचिव सत्यनारायण लकड़ा, कार्यालय सचिव बाना मंुडा, कोषाध्यक्ष आकाश उरांव सहित अन्य पदाधिकारियों ने मीडिया के समक्ष कही. फूलचंद तिर्की ने कहा कि हालांकि सरना समाज की बैठक में अजय तिर्की को भी अपना पक्ष रखने का मौका दिया जायेगा. समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय सरना समिति अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की इकाई है. परिषद की स्थापना 1967 में स्व कार्तिक उरांव ने की थी. बाद में 1970 में केंद्रीय सरना समिति की स्थापना हुई. इस संस्था का पहला पुनर्गठन पांच जून 1994 को हुआ. दूसरा पुनर्गठन 12 मार्च 2000 को किया गया, जिसमें अजय तिर्की भी सचिव के पद पर चुने गये थे. अजय तिर्की ने इस बीच चुपचाप पटना जाकर केंद्रीय सरना समिति के नाम से इसका रजिस्ट्रेशन कराया, जिसे परिषद एवं सरना समाज मान्यता नहीं देता है. अजय तिर्की पिछले 10 साल से स्वयंभू अध्यक्ष बने हुए हैं. उन्होंने समिति के नाम का भी गलत इस्तेमाल किया है और समाज में भ्रम फैलाया है. मौके पर संदीप उरांव, मुन्ना टोप्पो, कृष्णकांत टोप्पो सहित अन्य उपस्थित थे.