भाग्य का रोना न रोे, कर्म किये जा

फोटो—कौशिक सदानंद जी महाराज ने मानव जीवन की महत्ता का बोध कराया, कहाभगवान ने आपको जीवन रूपी धन दिया है. हम कैसे इसको खर्च करते हैं, यह हमारे ऊपर निर्भर है संवाददाता, रांचीमनुष्य हमेशा अपने भाग्य का रोना रोता रहता है. यही सुनने को मिलता है कि जो भाग्य में लिखा था वहीं मिल रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 21, 2014 11:02 PM

फोटो—कौशिक सदानंद जी महाराज ने मानव जीवन की महत्ता का बोध कराया, कहाभगवान ने आपको जीवन रूपी धन दिया है. हम कैसे इसको खर्च करते हैं, यह हमारे ऊपर निर्भर है संवाददाता, रांचीमनुष्य हमेशा अपने भाग्य का रोना रोता रहता है. यही सुनने को मिलता है कि जो भाग्य में लिखा था वहीं मिल रहा है, लेकिन जो जैसा कर्म करता है, उसको उसी का फल मिलता है. आपके जीवन में अगर दुख है, तो यह पूर्व जन्म के किये कर्म का फल है. उक्त बातें मंगलवार को किशोरगंज स्थित एक कार्यक्रम में प्रवचन करते हुए श्रीकृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट के संस्थापक स्वामी सदानंद जी महाराज ने कही. उन्होंने बताया कि यह पेंशन की तरह है. आपने अच्छा कर्म किया है, तो फल भी अच्छा ही मिलेगा. भगवान ने आपको जीवन रूपी धन दिया है. हम कैसे इसको खर्च करते हैं, यह हमारे ऊपर निर्भर है. उन्होंने दीपावली एवं धनतेरस की महत्ता के बारे में भी बताया एवं सबको शुभकामना दी. मौके पर डॉ एचपी नारायण, संस्था के अध्यक्ष डुंगरमल अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल (राजू), वासुदेव अग्रवाल, वसंत कुमार गौतम, प्रमोद सारस्वत सहित कई भक्त मौजूद थे.कर्म किये जा, फल की चिंता न कर…स्वामी सदानंद महाराज ने भजन के माध्यम से भक्तों को मानव जीवन की महत्ता का बोध कराया. कर्म किये जो फल की चिंता न कर, जैसा कर्म करेगा वैसा फल देगा भगवान. दीप दीपावली के तुम, ऐसे जलाओ इस बार, रोशन हो जाये दूर तक सबके घर-द्वार… एवं राधे-राधे बोल सहारा मिलेगा…आदि भजन सुना कर उन्होंने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

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