टीबी मरीजों की शिनाख्त करें

विश्रामपुर में आंगनबाड़ी सेविकाओं की कार्यशाला विश्रामपुर (पलामू). ग्रामीण समाज कल्याण विकास मंच एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय विश्रामपुर के संयुक्त तत्वावधान में प्रखंड विकास पदाधिकारी विनय कुमार मिश्रा की अध्यक्षता मंे आगंनबाड़ी सेविकाओं की कार्यशाला का आयोजन हुआ. कार्यशाला का विषय था टीबी के लक्षण की खोज एवं इसकी रोकथाम. उदघाटन प्रखंड विकास पदाधिकरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2014 11:01 PM

विश्रामपुर में आंगनबाड़ी सेविकाओं की कार्यशाला विश्रामपुर (पलामू). ग्रामीण समाज कल्याण विकास मंच एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय विश्रामपुर के संयुक्त तत्वावधान में प्रखंड विकास पदाधिकारी विनय कुमार मिश्रा की अध्यक्षता मंे आगंनबाड़ी सेविकाओं की कार्यशाला का आयोजन हुआ. कार्यशाला का विषय था टीबी के लक्षण की खोज एवं इसकी रोकथाम. उदघाटन प्रखंड विकास पदाधिकरी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकरी विश्रामपुर एवं टीबी रिच की कार्यक्रम प्रबंधक स्वर्णलता रंजन ने संयुक्त रूप से किया. मौके पर 200 आगंनबाड़ी सेविकाएं उपस्थित थीं. मंच के सचिव मो हशमत रब्बानी ने कहा कि टीबी का इलाज संभव है. नियमित एवं पूर्ण इलाज आवश्यक है. उन्होंने कहा कि टीबी मरीज के लक्षण छुपायें नहीं. कार्यक्रम प्रभारी स्वर्णलता रंजन ने कहा कि पूरे विश्व में नौ मिलियन लोग टीबी से ग्रस्त हैं, जिसमें छह मिलियन तक सरकारी सुि२वधा पहुंच रही है. बाकी तीन मिलियन लोग सरकारी पहुंच से बहुत दूर है, जिसमें एक मिलियन सिर्फ भारत में हैं. झारखंड में लगभग 35 हजार मरीज हैं. प्रखंड विकास पदाधिकरी ने कहा कि छूटे हुए तीन मिलियन टीबी मरीजों की खोज में अपना योगदान दें. कार्यक्रम सहायक कृष्ण मोहन शाही ने कहा कि टीबी की रोकथाम के लिए आंदोलन की जरूरत है.

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