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अमेरिकी विदेश विभाग में पहली बार मनी दीवाली

भारतीय राजदूत की मौजूदगी में केरी ने जलाया दीयामानवीय गौरव, संवेदना, सेवा के प्रति साझा प्रतिबद्धता को नया रूप देने का अवसरवाशिंगटन. अमेरिका के विदेश विभाग में पहली बार दीपावली मनायी गयी और वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच विदेश मंत्री जॉन केरी ने पारपंरिक ‘दीया’ जलाया. इस अवसर पर भारत के राजदूत एस जयशंकर […]

भारतीय राजदूत की मौजूदगी में केरी ने जलाया दीयामानवीय गौरव, संवेदना, सेवा के प्रति साझा प्रतिबद्धता को नया रूप देने का अवसरवाशिंगटन. अमेरिका के विदेश विभाग में पहली बार दीपावली मनायी गयी और वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच विदेश मंत्री जॉन केरी ने पारपंरिक ‘दीया’ जलाया. इस अवसर पर भारत के राजदूत एस जयशंकर भी मौजूद थे. दीप पर्व के अवसर पर केरी ने कहा, ‘दिन जब छोटे हो रहे हैं, तो दिवाली हमें याद दिलाती है कि वसंत हमेशा लौटता है. अज्ञान पर ज्ञान की विजय होती है, निराशा को आशा पराजित करती है और अंधेरे की जगह प्रकाश लेता है. दिवाली मन और आत्मा को तरोताजा करने का अवसर है.’ उन्होंने कहा, ”यह हमें यह प्रदर्शित करने का अवसर देती है कि हम दूसरों के जीवन में प्रकाश किस तरह ला सकते हैं. यह हम सबके लिए मानवीय गौरव, संवेदना, और सेवा के प्रति साझा प्रतिबद्धता को नया रूप देने का एक अवसर है. मेरा मानना है कि यह सभी महान धर्मों के हृदय में बसी एक कटिबद्धता है.’ विदेश विभाग के ऐतिहासिक बेंजामिन फैंकलिन कक्ष में पहली बार दिवाली मनाने के लिए बड़ी संख्या में जानी-मानी भारतीय-अमेरिकी हस्तियों और दक्षिण एशियाई देशों से राजनयिकों सहित करीब 300 अतिथि उपस्थिति हुए. दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों की सहायक विदेश मंत्री निशा देसाई बिसवाल और यूएस एड के प्रशासक राज शाह सहित शीर्ष भारतीय अमेरिकी अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे.भारत-अमेरिका आशावादी राष्ट्रकेरी ने लोगों को साल मुबारक कहकर बधाई दी और कहा, ‘हमने यह साबित करने के लिए कठोर परिश्रम किया कि हम असल में स्वाभाविक भागीदार थे और इस बारे में मेरा मानना है कि हम हैं. हम दो आशावादी राष्ट्र हैं जो यह मानते हैं कि इतिहास हमें नहीं बनाता, बल्कि हमारे पास इतिहास बनाने की ताकत है. और उम्मीद तथा आशावाद की वह भावना दिवाली समारोह के केंद्र मंे है.’भारतीय व्यंजन परोसे गयेइस अवसर पर अतिथियों को जलेबी, गुलाब जामुन, बर्फी, काजू कतली और खीर सहित पारंपरिक भारतीय व्यंजन परोसे गये. इनमें से कुछ व्यंजन विदेश विभाग के रसोईघर में तैयार किये गये थे, जबकि अन्य व्यंजन वाशिंगटन डीसी स्थित एक लोकप्रिय भारतीय रेस्तरां से खरीदे गये. यह उन दुर्लभ अवसरों में से एक था जिसमें शराब नहीं परोसी गयी. इसमें सॉफ्ट ड्रिंक्स, जूस और आम की पारंपरिक ‘लस्सी’ भी थी. विश्व के बड़े त्योहारों में से दिवाली ही एकमात्र ऐसा पर्व था जिसका विदेश विभाग में इससे पहले आयोजन नहीं हुआ था.’ इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दीप पर्व मनानेवाले सभी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दी थीं. वर्ष 2009 में ओबामा दिवाली मनानेवाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे.

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