इंसैट-3 डी से हुदहुद की सही स्थिति पता लगाने में मिली मदद
नयी दिल्ली. इस साल जनवरी से परिचालन में आये इंसैट-3 डी ने 12 अक्तूबर को भारत के पूर्वी तट से टकरानेवाले चक्रवात हुदहुद का सटीक रूप से पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. मौसम विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया, ‘यह पहली बार था जब इंसैट-3 डी के सभी उत्पादों का परिष्कृत आइआर […]
नयी दिल्ली. इस साल जनवरी से परिचालन में आये इंसैट-3 डी ने 12 अक्तूबर को भारत के पूर्वी तट से टकरानेवाले चक्रवात हुदहुद का सटीक रूप से पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. मौसम विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया, ‘यह पहली बार था जब इंसैट-3 डी के सभी उत्पादों का परिष्कृत आइआर तसवीरों और रंगीन परष्किृत तस्वीरों के विकास के साथ पूरी तरह इस्तेमाल किया गया और इसे चक्रवात की तसवीरों के लिए भारतीय मौसम विभाग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट आइएमडी डॉट जीओवी डॉट इन पर एक खास पेज के जरिये उपलब्ध कराया गया.’भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा फ्रेंच गुयाना से जुलाई 2013 में प्रक्षेपित उपग्रह इस साल जनवरी में परिचालन में आया था और इसकी वेबसाइट से जुड़ा. यह एक मौसम विज्ञान विशिष्ट उपग्रह है. इनसैट-3 डी से पहले एक अन्य मौसम विज्ञान उपग्रह कल्पना-1 की तसवीरों का इस्तेमाल किया जाता था. इंसैट-3 डी ने न सिर्फ रंगीन तसवीरें दीं, बल्कि कल्पना-1 के मुकाबले बेहतर चित्र उपलब्ध कराये.