असीम ऊर्जा और शक्ति से भरा देश है भारत : केरी

त्रपहली बार ऐतिहासिक बेंजामिन फ्रैंकलिन कक्ष में आयोजित हुआ दीपावली का उत्सवत्र300 मेहमानों ने भाग लिया, जिसमें भारतीय अमेरिकी समुदाय के प्रमुख लोग और दक्षिण एशियाई देशों के दूत शामिल थेत्रअमेरिका में भारत के राजदूत एस जयशंकर ने भी समारोह में हिस्सा लियाएजेंसियां, वाशिंगटनअमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने भारत को असीम ऊर्जा और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2014 11:02 PM

त्रपहली बार ऐतिहासिक बेंजामिन फ्रैंकलिन कक्ष में आयोजित हुआ दीपावली का उत्सवत्र300 मेहमानों ने भाग लिया, जिसमें भारतीय अमेरिकी समुदाय के प्रमुख लोग और दक्षिण एशियाई देशों के दूत शामिल थेत्रअमेरिका में भारत के राजदूत एस जयशंकर ने भी समारोह में हिस्सा लियाएजेंसियां, वाशिंगटनअमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने भारत को असीम ऊर्जा और शक्ति से भरपूर देश बताया है. केरी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया यात्रा ऐसा क्षण था, जब भारतीयों और अमेरिकियों को सही मायने में यह अहसास हुआ कि दोनों ‘स्वाभाविक साझेदार’ साथ मिल कर कितना कुछ हासिल कर सकते हैं.अमेरिकी विदेश विभाग के मुख्यालय में यहां पहले दीपावली उत्सव में गुरुवार को केरी ने कहा, ‘पूरी दुनिया के मुकाबले यहां मौजूदा लोगों को यह बहुत अच्छी तरह पता है कि भारत निश्चित रूप से असीम ऊर्जा और शक्ति संपन्न देश है.’ दीये प्रज्ज्वलित करने के बाद केरी ने कहा, ‘यह कुल मिला कर दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा राष्ट्र है और पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान, हमें भारत और अमेरिका के बीच अपने पहले से ही घनिष्ठ संबंधों को और आगे ले जाने का एक अविस्मरणीय अवसर मिला. आप में से बहुत से लोग उस वक्त यहां मौजूद रहे होंगे, जब उप राष्ट्रपति जो बाइडेन और मैंने एकदम यहीं, इसी मंच पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया था.’अमेरिका में भारत के राजदूत जयशंकर का परिचय कराते हुए केरी ने कहा, ‘वह अपने देश के उत्कृष्ट प्रतिनिधि हैं. वह अमेरिका और भारत के बीच मजबूत संबंधों के जबरदस्त पैरोकार भी हैं.’ इस अवसर पर जयशंकर ने कहा कि विदेश विभाग में दिवाली मना कर केरी ने संबंधों की ऊंचाई को और बढ़ा दिया है.क्या-क्या कर सकते हैं मिल करभारत और अमेरिका मिल कर आतंकवाद से लड़ सकते हैं. दोनों देशों में युवाओं के लिए अवसर पैदा कर सकते हैं, जलवायु परिवर्तन का मुकाबला कर सकते हैं तथा विज्ञान और तकनीक की सीमाओं को तोड़ कर असीम प्रगति हासिल कर सकते हैं.दोनों राष्ट्रों में हैं कई समानताएंभारत और अमेरिका दो ऐसे आशावादी राष्ट्र हैं, जो इतिहास में मौजूद निर्धारक ताकतों में यकीन नहीं करते, उनमें अपना इतिहास खुद बनाने की ताकत है.दीपावली समारोह का संदेशविदेश विभाग में दीपावली समारोह 30 लाख भारतीय-अमेरिकियों की शक्ति का भी सबूत है, जिनमें से कई ओबामा प्रशासन के तहत शीर्ष पदों पर पहुंचे हैं और भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत कर रहे हैं.

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