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पारा शिक्षकों का धरना जारी, सरकार को कोसा

फोटो राज कौशिकवरीय संवाददाता, रांचीझारखंड राज्य सहयोगी, शिक्षा मित्र, पारा शिक्षक संघ के तत्वावधान में राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पांचवें दिन भी जारी रहा. पारा शिक्षकों ने राज्य सरकार की वादा खिलाफी व उदासीनता के विरोध में जम कर नारेबाजी की. सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए शिक्षकों ने कहा कि सरकार एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2014 11:02 PM

फोटो राज कौशिकवरीय संवाददाता, रांचीझारखंड राज्य सहयोगी, शिक्षा मित्र, पारा शिक्षक संघ के तत्वावधान में राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना पांचवें दिन भी जारी रहा. पारा शिक्षकों ने राज्य सरकार की वादा खिलाफी व उदासीनता के विरोध में जम कर नारेबाजी की. सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए शिक्षकों ने कहा कि सरकार एक तरफ नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के उद्देश्य से उन्हें पुलिस में नौकरी दे रही है, वहीं दूसरी तरफ समाज के लोगों को मुख्य धारा से भटकने से बचाने में अहम भूमिका निभानेवाले पारा शिक्षकों की उचित मांगों की अनदेखी कर उग्रवादी बनाने के लिए मजबूर कर रही है. संघ के अध्यक्ष विनोद तिवारी ने कहा कि पांच सूत्री लंबित मांगों को लेकर राज्य के पारा शिक्षक आंदोलन पर है. उन्होंने छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश की तर्ज पर पारा शिक्षकों की सेवा को स्थायी करने, प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को 18 हजार व अप्रशिक्षित शिक्षकों को 16 हजार प्रतिमाह मानदेय देने, वर्ष 2012 हड़ताल अवधि के बकाया मानदेय का भुगतान करने, टेट उत्तीर्ण पारा शिक्षकों की सीधी नियुक्ति करने व सेवा शर्त नियमावली बना कर महिला पारा शिक्षकों को विशेष अवकाश आदि की सुविधा देने की मांग की. कहा गया कि मांगों की पूर्ति नहीं होने पर शिक्षक चुनाव कार्य का बहिष्कार करेंगे. इस अवसर पर विनोद तिवारी, नरोत्तम सिंह मुंडा, ऋषिकेश पाठक, अतुल सिंह, सूर्यदेव तिवारी, आनंद, प्रमोद यादव, वीरेंद्र कुमार, रामधनी यादव, कपिलदेव सिंह, संजय पासवान, सुनील सिंह, दिलीप सिंह, दिनेश गुप्ता, गुलाब सिंह, बलजीत कुमार सिंह, ज्योति प्रकाश, राजेश नंदन, सत्येंद्र यादव, पप्पू पटेल, सुरेश राम सहित काफी संख्या में पारा शिक्षक उपस्थित थे.

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