शाकाहारी व्यक्ति का मन होता है सात्विक : स्वामी विष्णु पुरीजी

लाइफ रिपोर्टर @ रांचीशाकाहारी व्यक्ति का मन सात्विक होता है. भोजन क्रिया के बारे में शास्त्र में भी वर्णन किया गया है. भोजन में भी अहिंसा का भी पालन करना चाहिए, लेकिन मनुष्य भोजन के लिए पशु की तरह आपस में लड़ता रहता है. मांसाहारी व्यक्ति कभी सुखी नहीं होते हैं. आज जो मांस खा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2014 11:02 PM

लाइफ रिपोर्टर @ रांचीशाकाहारी व्यक्ति का मन सात्विक होता है. भोजन क्रिया के बारे में शास्त्र में भी वर्णन किया गया है. भोजन में भी अहिंसा का भी पालन करना चाहिए, लेकिन मनुष्य भोजन के लिए पशु की तरह आपस में लड़ता रहता है. मांसाहारी व्यक्ति कभी सुखी नहीं होते हैं. आज जो मांस खा रहा है, वहीं मांस उसे खायेगा. जब किसी प्राणी की हत्या की जाती है, तब भय का उसके शरीर पर असर पड़ता है. ये बातें सोमवार को वर्द्धमान कंपाउंड स्थित मातृकाश्रम में स्वामी विष्णु पुरी जी महाराज ने गीता पर प्रवचन करते हुए कहीं. उन्होंने बताया कि स्कॉटलैंड में 40 प्रतिशत लोग शाकाहारी हैं. वहां लोग गाय का दूध भी नहीं पीते हैं. गृहस्थ जीवन मिला है, तो उसको सार्थक बनायंे. साधु के बारे में वर्णन करते हुए कहा कि जो सीधा है वहीं साधु है. मन, वचन, कर्म एक होने पर ही धर्म होता है. जीवन का आदर्श अर्जुन को बनायें.

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