17 जिलों में हो रहा अफीम की खेती

पहले 14 जिलों में हो रही थीवरीय संवाददाता, रांचीराज्य के विभिन्न जिलों में हो रहे अफीम की खेती की रोक-थाम को लेकर मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड (एनसीबी) के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में एनसीबी के अधिकारियों ने सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों को दिखा कर बताया कि राज्य के 17 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2014 11:02 PM

पहले 14 जिलों में हो रही थीवरीय संवाददाता, रांचीराज्य के विभिन्न जिलों में हो रहे अफीम की खेती की रोक-थाम को लेकर मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड (एनसीबी) के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में एनसीबी के अधिकारियों ने सैटेलाइट से प्राप्त तस्वीरों को दिखा कर बताया कि राज्य के 17 जिलों में अफीम की खेती होने लगी है. पहले 14 जिलों में अफीम की खेती होती है. बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि इसे रोकना जरुरी है. राज्य सरकार की और से एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की गयी है. जो एनसीबी के अधिकारियों और संबंधित जिलों के डीसी-एसपी से संपर्क बना कर अफीम की खेती को रोकेंगे. यह भी तय किया गया कि अफीम की खेती का समय नवंबर-दिसंबर होती है. इस लिए जल्द की इसके खिलाफ प्रचार अभियान चलाया जाये. जिसमें अफीम के दुष्प्रभाव के बारे में लोगों को जानकारी देकर उन्हें जागरुक किया जा सके. अफीम की खेती की लाइसेंस दे एनसीबीबैठक में राज्य सरकार की और से एनसीबी के अधिकारियों से कहा गया कि भारत में अफीम की खेती करने का लाइसेंस देने का प्रावधान है. इसका इस्तेमाल दवा निर्माण में होता है. झारखंड के लोग अवैध तरीके से इसकी खेती कर रहे हैं. यहां का मौसम भी इसकी खेती के लिए उपयुक्त है. क्यों नहीं कुछ लोगों को इसकी खेती का लाइसेंस दिया जाये. इस पर एनसीबी के अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार इसका प्रस्ताव दे. जिस पर बोर्ड विचार करेगा.

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