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आतंकवाद से लड़ाई में केंद्र को पूरा सहयोग : ममता

डोभाल समेत शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने किया बर्दवान का दौरा एजेंसियां, कोलकाता/बर्दवानराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत देश के शीर्ष सुरक्षा और खुफिया प्रमुखों ने सोमवार को बर्दवान में विस्फोट स्थल का दौरा किया और उसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात कर उन्हें इस बात से अवगत कराया कि केंद्र ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 27, 2014 11:02 PM

डोभाल समेत शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने किया बर्दवान का दौरा एजेंसियां, कोलकाता/बर्दवानराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत देश के शीर्ष सुरक्षा और खुफिया प्रमुखों ने सोमवार को बर्दवान में विस्फोट स्थल का दौरा किया और उसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात कर उन्हें इस बात से अवगत कराया कि केंद्र ने आतंकी गतिविधि को गंभीरता से लिया है. ममता ने आतंकवाद से लड़ने में अपनी ओर से केंद्र को पूरे सहयोग का भरोसा दिया और मिल कर काम करने का वादा किया. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बीते शुक्रवार को कहा कि उसने बर्दवान में खगरागढ़ में एक मकान में बम विस्फोट से संबंधित मामले में जांच के शुरुआती दौर को पूरा कर लिया है. इसके साथ एनआइए ने संकेत दिया कि इस मामले में आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी) के सदस्य शामिल हैं. वे आइइडी बना रहे थे, जिसे पड़ोसी देश में संभावित आतंकी हमले के लिए भेजा जाना था.ममता बनर्जी से मिलेममता और खुफिया प्रमुखों की एक घंटे से अधिक की मुलाकात के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय में विशेष सचिव प्रकाश मिश्रा ने कहा, मुख्यमंत्री ने आतंकवाद से लड़ने में हमें पूरा सहयोग देने और मिल कर काम करने का भरोसा दिया है.’ डोभाल, मिश्रा, एनएसजी के महानिदेशक जेएन चौधरी और केंद्र के दो वरिष्ठ खुफिया अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के साथ पहली मुलाकात की. राज्य के मुख्य सचिव संजय मित्रा, गृह सचिव बासुदेब बनर्जी, राज्य के पुलिस महानिदेशक जीएमपी रेड्डी और शहर के पुलिस आयुक्त सुरजीत कर पुरकायस्थ भी बाद में इस बैठक में शामिल हुए. डोभाल ने मीडिया से बातचीत नहीं की. मिश्रा ने कहा कि सरकार ने बर्दवान विस्फोट को गंभीरता से लिया है और इसे ‘आतंकवाद का मुद्दा’ करार दिया. एनआइए प्रमुख का बीते चार दिनों में बर्दवान का यह दूसरा दौरा है.घटनास्थल का किया दौराडोभाल और तीनों शीर्ष अधिकारियों ने उस कमरे का निरीक्षण किया जहां विस्फोट में दो संदिग्ध आतंकी मारे गये थे. वे उस कमरे में भी गये जिसका इस्तेमाल संदिग्ध आतंकी लेबोरेटरी के तौर पर करते थे. इसके बाद मकान की छत पर जा कर आसपास के इलाके को देखा. डोभाल ने वहां के बारे में भी पूछताछ की, जहां मकान में संदिग्ध आतंकियों के दो बच्चे रह रहे थे.

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