लड़की पर मामला वापस लेने का दबाव बना रही है पुलिस

रांची : कोकर के बैंक कॉलोनी निवासी राम पुकार सिंह की पुत्री पम्मी सिंह के साथ मारपीट कर उसका हाथ तोड़नेवाले बॉडीगार्ड विक्रम शुक्ला को सदर थाना की पुलिस बचाने की कोशिश कर रही है. घटना 17 अक्तूबर की है, उसी दिन पम्मी सिंह ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. 10 दिन बीत जाने के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2014 3:33 AM

रांची : कोकर के बैंक कॉलोनी निवासी राम पुकार सिंह की पुत्री पम्मी सिंह के साथ मारपीट कर उसका हाथ तोड़नेवाले बॉडीगार्ड विक्रम शुक्ला को सदर थाना की पुलिस बचाने की कोशिश कर रही है.

घटना 17 अक्तूबर की है, उसी दिन पम्मी सिंह ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी. 10 दिन बीत जाने के बाद भी उस बॉडीगार्ड पर कानूनी कार्रवाई नहीं की गयी है. इतना ही नहीं घटना के पांच दिन बाद बॉडीगार्ड की ओर से पम्मी सिंह पर झूठा काउंटर केस करवा दिया गया. इस मामले में पीडि़त महिला पर बॉडीगार्ड का हथियार लूटने का आरोप लगाया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक थाना की ओर से बार-बार महिला से केस उठाने का दबाव बनाया जा रहा है.

केस के आइओ ने पप्पी सिंह को बताया कि इंस्पेक्टर केस का सुपरविजन करेंगे उसके बाद कार्रवाई होगी. पम्मी सिंह उस बॉडीगार्ड पर कानूनी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उपायुक्त व डीआइजी से गुहार लगा चुकी है.

पम्मी सिंह ने बताया कि वह थेलेसिमिया की मरीज है और दिल्ली से इलाज चल रहा है. इस बीमारी में हिमोग्लोबिन नहीं बनता है. घटना के दिन भी ऑटो से दवा खरीदने के लिए सौम्या रेसीडेंसी होटल के समीप स्थित तान्या मेडिकल हॉल से दवा खरीद रही थी. उसी समय आरोपी बॉडीगार्ड ऑटो चालक के साथ किसी बात को लेकर मारपीट करने लगा. जब पम्मी सिंह ने विरोध किया तो उसके साथ भी बेरहमी से मारपीट की गयी थी. जिसमें उसका हाथ टूट गया था.

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