संबद्ध डिग्री कॉलेजों पर नहीं हो सका निर्णय

आचार संहिता लागू होने से लटका मामला वर्ष 2011 से अब तक बनी तीन कमेटियां तीन बार कॉलेजों की हुई जांच, पर फैसला नहीं संवाददाता, रांची विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने से राज्य के संबद्ध डिग्री कॉलेजों को अंगीभूत करने या घाटा अनुदान देने का मामला लटक गया है. कॉलेज शिक्षकों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2014 11:02 PM

आचार संहिता लागू होने से लटका मामला वर्ष 2011 से अब तक बनी तीन कमेटियां तीन बार कॉलेजों की हुई जांच, पर फैसला नहीं संवाददाता, रांची विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने से राज्य के संबद्ध डिग्री कॉलेजों को अंगीभूत करने या घाटा अनुदान देने का मामला लटक गया है. कॉलेज शिक्षकों की इन मांगों को लेकर एक के बाद एक तीन कमेटियां बनीं, पर कोई निर्णय नहीं हो सका. वर्ष 2011 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री ने कॉलेजों को अंगीभूत करने व घाटा अनुदान देने के लिए जांच कमेटी के गठन की घोषणा की थी. कमेटी का गठन भी हुआ. उच्च शिक्षा निदेशक डॉ डीएन ओझा की अध्यक्षता में कमेटी बनी थी. कमेटी ने कॉलेजों की जांच के पश्चात अपनी रिपोर्ट वर्ष 2013 में सरकार को सौंप दी थी. इसी रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक कार्रवाई की मांग कर रहे थे. अपनी मांग को लेकर शिक्षक पांच माह तक हड़ताल पर रहे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आश्वासन पर शिक्षकों ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा भी की. इसके बाद सरकार ने फिर से कमेटी गठित करने की घोषणा कर दी. कमेटी का गठन भी हुआ, पर कोई निर्णय नहीं हुआ. इस बीच शिक्षकों ने फिर आंदोलन की चेतावनी दी. इसके बाद विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया. कमेटी ने उच्च शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट पर विचार करते हुए सभी जिलों के उपायुक्तों से कॉलेज के संबंध में फिर से रिपोर्ट मांगी. उपायुक्त द्वारा शिक्षा विभाग को फिर से कॉलेजों की जांच रिपोर्ट भेजी गयी. शिक्षा विभाग ने डीसी द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट जांच कमेटी को भेज दी थी. इस दौरान राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू हो गयी और संबद्ध डिग्री कॉलेज के संबंध में कोई अंतिम निर्णय नहीं हो सका. विनोबाभावे विवि में 27 कॉलेज राज्य में सबसे अधिक स्थायी संबद्धता प्राप्त डिग्री कॉलेज विनोबा भावे विश्वविद्यालय में हैं. विनोबा भावे विवि में कुल 27 स्थायी संबद्ध डिग्री कॉलेज हैं. शिक्षक अपनी मांगों के समर्थन में वर्ष 2011 व 2012 में हड़ताल कर चुके है. वर्ष 2011 में दो माह व 2012 में डेढ़ माह हड़ताल पर थे. विवि कॉलेज विनोबाभावे विवि27सिदो-कान्हू विवि12रांची विश्वविद्यालय06नीलांबर-पीतांबर विवि 05कोल्हान विश्वविद्यालय 03

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