सांसद अनुप्रिया पटेल महासचिव पद से हटायी गयीं

लखनऊ. अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से हटा दिया गया है. अनुप्रिया की मां और अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने सोमवार को कानपुर में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपनी बेटी को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी महासचिव के पद से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 28, 2014 11:02 PM

लखनऊ. अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से हटा दिया गया है. अनुप्रिया की मां और अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने सोमवार को कानपुर में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपनी बेटी को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी महासचिव के पद से हटाने की घोषणा की. कृष्णा ने कहा, ‘अनुप्रिया ने कुछ चाटुकारों के प्रभाव में आकर अनुशासनहीनतापूर्ण कार्य किये. लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने एक राष्ट्रीय कमेटी घोषित कर दी. उसमें ऐसे सदस्य रखे जिन्हें मैं जानती तक नहीं. उसके बाद गलत ढंग से कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाये रखा.’ उन्हांेने कहा, ‘अभी 20 तारीख को अनुप्रिया ने मेरे अधिकार के बारे में कहा कि मेरे सारे काम वह ही देखेंगी, यह तो गलत बात है. मेरी मर्जी के बगैर यह कैसे हो जायेगा.’ कृष्णा ने कहा कि भाजपा के साथ गंठबंधन अनुप्रिया का अकेले का फैसला नहीं था. वह बगैर चिह्न के चुनाव लड़ना चाहती थीं, जबकि मैंने कहा कि हम अपने चुनाव निशान पर ही मैदान में उतरेंगे. अनुप्रिया को पार्टी से निकाले जाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कुछ साफ ना बताते हुए कहा, ‘यह पार्टी एक आंदोलन है. इसमें सबका सहयोग चाहिए. अनुप्रिया पार्टी की सदस्य तो हैं ही.’आरोपों को गलत बतायाइस बीच, अनुप्रिया ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा पार्टी के हित में काम किया और उन पर लगा अनुशासनहीनता का इल्जाम सरासर नाइंसाफी है. अनुप्रिया ने एक बयान में आरोप लगाते हुए कहा, ‘अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष संविधान के सभी नियमों को ताक पर रख कर मनमाने तरीके से संगठन चलाना चाहती हैं, जिससे मैं असहमत हूं.’ उन्होंने कहा परिवार और दल के कुछ स्वार्थी एवं महत्वाकांक्षी लोग पांच वर्षों के मेरे कठिन परिश्रम को भुनाने तथा अपना दल-भाजपा गंठबंधन को तोड़ कर अपना हित साधने में लगे हैं. इस षडयंत्र को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.

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