झारखंड की राजनीति दिल्ली हुई शिफ्ट
लालू ने झामुमो की जगह झाविमो से गंठबंधन का दिया विकल्पराजद ने गंठबंधन का दिया नया प्रस्तावकांग्रेस, झाविमो, राजद और जदयू का हो गंठबंधनझाविमो के प्रदीप यादव और प्रवीण सिंह ने दिल्ली में लालू से की मुलाकातकांग्रेस से भी हुई है झाविमो की बातयूपीए के सहयोगी दल राजद सिर्फ नौ सीट मिलने से नाराज है. […]
लालू ने झामुमो की जगह झाविमो से गंठबंधन का दिया विकल्पराजद ने गंठबंधन का दिया नया प्रस्तावकांग्रेस, झाविमो, राजद और जदयू का हो गंठबंधनझाविमो के प्रदीप यादव और प्रवीण सिंह ने दिल्ली में लालू से की मुलाकातकांग्रेस से भी हुई है झाविमो की बातयूपीए के सहयोगी दल राजद सिर्फ नौ सीट मिलने से नाराज है. राजद की नाराजगी झामुमो से है. राजद के राष्ट्रीय लालू प्रसाद ने नया विकल्प दिया है. इसके तहत गंठबंधन में झामुमो की जगह झाविमो को रखने का सुझाव दिया गया है. झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव और प्रवीण सिंह पिछले दो दिनों से दिल्ली में ही जमे हैं. उन्होंने लालू प्रसाद से मुलाकात की. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के साथ भी उनकी बैठक हुई है. गढ़वा सीट से झामुमो के मिथिलेश ठाकुर ने परचा भर दिया है. इसे लेकर भी राजद काफी नाराज है. इस सीट से राजद के प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह चुनाव लड़ना चाहते हैं. इस बीच देर शाम राजद के प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह रांची पहुंचे. शाम 6.30 बजे होटल बीएनआर में बैठक की गयी, जिसमें वैकल्पिक गंठबंधन पर चर्चा की गयी.क्या है वैकल्पिक गंठबंधन का फार्मूलाकांग्रेस 35झाविमो 29राजद 15जदयू 02इंट्रोविधानसभा चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना के दो दिन बाद भी चुनाव की तसवीर साफ नहीं हुई है. फिलहाल झारखंड की पूरी राजनीति दिल्ली शिफ्ट हो गयी है. झामुमो, कांग्रेस, राजद, जदयू और भाजपा के बड़े नेता दिल्ली में हैं. झामुमो-कांग्रेस के बीच गंठबंधन का पेच उलझ गया है. इधर, दिल्ली में प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी और चुनाव अभियान समिति की बैठक के बाद पहले चरण के पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा होने की संभावना है.झामुमो कम से कम 41 सीट पर अड़ायूपीएझामुमो- कांग्रेस के बीच गंठबंधन का पेच उलझाझामुमो संताल में नहीं देना चाहता हिस्सेदारीप्रदेश कांग्रेस भी संताल और कोल्हान को लेकर अड़ामामला अब सोनिया और राहुल की अदालत मेंकांग्रेस के राजेंद्र सिंह दिल्ली गये, कहा झामुमो चाहे तो अकेले चुनाव लड़ सकता है राजद भी कम हिस्सेदारी मिलने से नाराजगढ़वा में झामुमो के मिथिलेश ठाकुर के परचा भरने से राजद खफाप्रभात खबर टोली, रांचीराज्य में सत्ताधारी दल झामुमो और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर विवाद गहरा गया है. झामुमो कम से कम 41 सीट की मांग पर अड़ा है. वहीं कांग्रेस संताल परगना और कोल्हान प्रमंडल में ज्यादा सीटों की मांग कर रहा है. जबकि झामुमो दोनों प्रमंडलों में निर्धारित सीट से एक सीट भी छोड़ने को तैयार नहीं है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दो दिनों से दिल्ली में ही हैं. हालांकि प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी बीके हरिप्रसाद प्रयत्न कर रहे हैं कि राज्य में कांग्रेस, झामुमो और राजद गंठबंधन के तहत साथ चुनाव लड़ें. वह सभी दलों के नेताओं से बात कर रहे हैं. मामला अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी की अदालत में पहुंच गया है.गंठबंधन टूटने की नौबत आयीलगातार तीन दिनों से गंठबंधन पर मंथन के बाद भी चारों दल अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सके हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखदेव भगत भी दिल्ली में ही हैं. बताया गया कि कांग्रेस ने 36-36-9 का जो फार्मूला दिया था, उस पर झामुमो राजी नहीं हुआ. झामुमो ने संताल परगना में कांग्रेस और राजद के लिए केवल महगामा, देवघर व गोड्डा सीट ही छोड़ने को तैयार है. वहीं कोल्हान में पूर्वी जमशेदपुर व पश्चिमी जमशेदपुर सीट ही छोड़ रहा है. कांग्रेस के नेता दोनों स्थानों में कम से कम छह-छह सीट की मांग कर रहे हैं. इसके चलते गंठबंधन में टूटने की नौबत आ गयी है. कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व गंठबंधन तोड़ने के पक्ष में है, जबकि प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी बीके हरिप्रसाद हर हाल में झामुमो के साथ गंठबंधन करना चाहते हैं. मामला सुलझता न देख उन्होंने अंतिम फैसला सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर छोड़ दिया है. इसे लेकर वह दोनों से मुलाकात करनेवाले हैं. इधर मंत्री राजेंद्र सिंह को तत्काल दिल्ली बुलाया गया. दिल्ली रवाना होने के पूर्व राजेंद्र सिंह ने कहा कि झामुमो चाहे तो अकेले चुनाव लड़ सकता है. कांग्रेस भी अकेले चुनाव लड़ने की स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि शुक्रवार तक सारी तसवीर साफ हो जायेगी. झामुमो कोर कमेटी की बैठक स्थगितझामुमो कोर कमेटी की 30 अक्तूबर को होनेवाली बैठक स्थगित कर दी गयी है. अब यह बैठक दो नवंबर को रांची में होगी. इसी दिन पहले चरण के उम्मीदवारों की घोषणा किये जाने की संभावना है.