‘सैन्य टुकड़ी में महिला अधिकारियों से कोई खास लाभ नहीं’

एजेंसियां, संयुक्त राष्ट्रभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया है कि वह महिलाओं को शांतिरक्षक अभियानों के सैन्य दल का हिस्सा बनाने के विचार से इत्तेफाक नहीं रखता और उसका मानना है कि इससे किसी ‘महत्वपूर्ण उद्देश्य’ की पूर्ति नहीं होने वाली.संयुक्त राष्ट्र में भारत के कार्यकारी स्थायी प्रतिनिधि राजदूत भगवंत सिंह बिश्नोई ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2014 11:02 PM

एजेंसियां, संयुक्त राष्ट्रभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया है कि वह महिलाओं को शांतिरक्षक अभियानों के सैन्य दल का हिस्सा बनाने के विचार से इत्तेफाक नहीं रखता और उसका मानना है कि इससे किसी ‘महत्वपूर्ण उद्देश्य’ की पूर्ति नहीं होने वाली.संयुक्त राष्ट्र में भारत के कार्यकारी स्थायी प्रतिनिधि राजदूत भगवंत सिंह बिश्नोई ने मंगलवार को कहा, हम इस विचार का समर्थन नहीं करते कि महिलाओं को शांतिरक्षक अभियानों के सैन्य दलों का हिस्सा होना चाहिए. यदि महिलाएं सैन्य संस्कृति का हिस्सा बनती हैं और इसे गौरवान्वित करती हैं तो इससे किसी महत्वपूर्ण उद्देश्य की पूर्ति नहीं होने वाली. बिश्नोई ने कहा, इसके लिए, हमारा मानना है कि महिलाएं पुलिस कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ‘महिला, शांति एवं सुरक्षा’ विषय पर बहस के दौरान बिश्नोई ने कहा कि महिलाओं को किसी युद्ध में ‘असंगत रूप से अधिक बोझ’ उठाना पड़ता है लेकिन युद्ध और शांति के मुद्दों पर उसका दखल बहुत ही कम है.

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