31 अक्तूबर 2014 ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग

महामृत्युंजय मंत्र गुंजन से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रांची. ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग का आयोजन शुक्रवार को प्रभात खबर कार्यालय में किया गया.वास्तुविद विमलेश कुमार ने पाठकों के सवालों के जवाब में बताया कि परिवार के सदस्यों की अच्छी सेहत और बीमारियों से बचाव के लिए कुवान यंत्र जिसे लेडी बुद्धा भी कहते हैं, घर में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2014 11:03 PM

महामृत्युंजय मंत्र गुंजन से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रांची. ऑनलाइन वास्तु काउंसलिंग का आयोजन शुक्रवार को प्रभात खबर कार्यालय में किया गया.वास्तुविद विमलेश कुमार ने पाठकों के सवालों के जवाब में बताया कि परिवार के सदस्यों की अच्छी सेहत और बीमारियों से बचाव के लिए कुवान यंत्र जिसे लेडी बुद्धा भी कहते हैं, घर में रखना चाहिए. इसे घर के उत्तर-पूर्व अथवा उत्तर-पश्चिम में रखना चाहिए. शाम में गोधूलि बेला में धूपदानी में चंदन, धुवन, लोहबान मिला कर पूरे घर में धुआं करना चाहिए. साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का गुंजन करने से घर में निगेटिव ऊर्जा का नाश होता है. घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. पिता यदि घर में सात गुरुवार गाय के दूध से बने शुद्ध घी का दीया गणेश व सरस्वती की मूर्ति को दिखा कर अपने सिर का एक बाल जलाये तो उनके अध्ययनरत पुत्र को इसका लाभ शिक्षा प्राप्त करने में मिलता है. गणेश के मंदिर में सफेद और काले कंबल का दान करने से बालक की शिक्षा में सुधार होता है. पढ़ाई करने वाले बच्चों के स्टडी टेबल या कमरा में देवी सरस्वती का फोटो तथा क्रिस्टल का एजुकेशन टॉवर पगोडा रखा जाये तो इसका सकारात्मक असर पड़ता है. जिस व्यक्ति के जन्माक्षर में शनि छठे भाव में हो उसे घर बनाने से पहले जमीन पर हवन जरूर कराना चाहिए. जन्माक्षर में यदि शनि चौथे घर में हो उसे पिता के स्थान पर घर नहीं बनाना चाहिए. यदि किसी व्यक्ति का शनि खराब हो तो घर बनाने से पहले गाय दान जरूर करें. घर बनाने से पहले भूमि पूजन तथा नक्शा वास्तु के अनुसार ही बनाना चाहिए.

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