प्रताड़ना से महिला की मौत

पति और ससुरालवालों पर हत्या का आरोप रांची : सदर थाना क्षेत्र के गाड़ी गांव गुप्ता गली निवासी निवासी श्रावणी देवी उर्फ झुंपा देवी की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गयी. शुक्रवार को सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची. आवश्यक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा दिया गया. श्रावणी के भाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2014 4:34 AM
पति और ससुरालवालों पर हत्या का आरोप
रांची : सदर थाना क्षेत्र के गाड़ी गांव गुप्ता गली निवासी निवासी श्रावणी देवी उर्फ झुंपा देवी की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गयी. शुक्रवार को सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची. आवश्यक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा दिया गया.
श्रावणी के भाई जयंत सेन ने महिला की हत्या का आरोप पति प्रदीप कुमार और ससुराल के अन्य सदस्यों पर लगाया है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है.
जयंत ने पुलिस को दिये अपने बयान में कहा है कि प्रदीप कुमार अपनी पत्नी को खाना नहीं देता था. ससुराल के सदस्य उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे. इस वजह से वह कमजोर हो चुकी थी. घटना के बाद से पति प्रदीप कुमार घर से फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
स्थानीय लोगों के अनुसार श्रावणी देवी ने छठ का व्रत भी किया था. वह पहले से काफी कमजोर थी. गत गुरुवार की देर रात उसे घबराहट होने लगी. इसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गयी. तब ससुरालवाले उसे लेकर डॉक्टर के पास रिम्स के लिए निकले. इसी दौरान बीच रास्ते में ही श्रावणी की मौत हो गयी.
डॉक्टर के पास न जा कर ससुरालवाले उसे वापस घर ले गये. घटना की जानकारी शुक्रवार को श्रावणी के ससुरालवालों ने मायकेवालों को दी. खबर सुनते ही परिजन गम में डूब गये. बाद में व्यवस्था कर रामगढ़ से श्रावणी के भाई जयंत कुमार सहित अन्य लोग पहुंचे. इसके बाद अपने बहन की हत्या किये जाने की जानकारी पुलिस को दी. जानकारी के आधार पर जांच की जा रही है.
प्रताड़ित करने के आरोप में प्रदीप की हो चुकी है पिटाई
पूर्व में प्रदीप कुमार अपनी पत्नी के साथ कोकर तिरिल रोड में रहता था. वह काफी पहले से अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने के साथ मारपीट भी करता था. जिसके कारण उसकी पत्नी कमजोर हो चुकी थी. वह अपनी पत्नी का इलाज तक नहीं करता था.
जब महिला समिति के सदस्यों को इस बात की जानकारी मिली थी, तब पिछले नौ अक्तूबर को महिला समिति के सदस्यों ने प्रदीप की पिटाई की थी. दूसरे दिन प्रदीप ने महिला समिति के सदस्यों और पुलिस को आश्वासन दिया था कि वह अपनी पत्नी के साथ कभी मारपीट नहीं करेगा. बाद में प्रदीप कुमार कोकर तिरिल रोड स्थित अपने मकान को बेच कर गाड़ी गांव चला गया.

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