आइएस ने जारी किया जिहादियों की पत्नियों के लिए निर्देश

एजेंसियां, लंदनमहिलाओं को संघर्ष की भूमिका में कभी नहीं आना चाहिए. उन्हें खाना बनाने और लड़ाकों की सेवा करने जैसे महिलाओं वाले शारीरिक श्रम ही करने चाहिए. जिहादियों की शानदार पत्नियां बनने के नियमों के तहत यह निर्देश आतंकवादी संगठन आइएसआइएस ने जारी किया है.ब्रिटिश अखबार द इंडिपेडेंट के मुताबिक, ‘कैसे बन सकती हैं जिहादियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 2, 2014 11:04 PM

एजेंसियां, लंदनमहिलाओं को संघर्ष की भूमिका में कभी नहीं आना चाहिए. उन्हें खाना बनाने और लड़ाकों की सेवा करने जैसे महिलाओं वाले शारीरिक श्रम ही करने चाहिए. जिहादियों की शानदार पत्नियां बनने के नियमों के तहत यह निर्देश आतंकवादी संगठन आइएसआइएस ने जारी किया है.ब्रिटिश अखबार द इंडिपेडेंट के मुताबिक, ‘कैसे बन सकती हैं जिहादियों की शानदार पत्नियां’ के नुस्खे वाले वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर और ट्वीट्स के जरिये द इस्लामिक स्टेट मिलिटेंट्स इन सीरिया एंड इराक (आइएसआइएस) ने नया निर्देश जारी किया है. आइएस के मीडिया विंग ‘जोरा फाउंडेशन’ ने यूट्यूब पर महिलाओं के लिए निर्देश वाला यह वीडियो पोस्ट किया है.यह है वीडियो मेंथिंक टैंक क्विलिअम फाउंडेशन में अनुसंधानकर्ता चार्ली विंटर ने द इंडिपेंडेंट को बताया, इस वीडियो में सेवा और प्राथमिक उपाचर करने तथा खाना बनाने के अलावा लड़ाई के लिए जा रहे पुरु षों के लिए अल्लाह, शरीयत की किताबें और महिलाओं को जिहाद में योगदान देने के लिए तैयार करने के बारे में बताया गया है. उन्होंने कहा, यह एक प्रकार का ऐसा निर्देश है, जिसमें बताया गया है कि कैसे एक महिला जिहाद की बढि़या समर्थक हो सकती है और मुजाहिदीन के समर्थन में उसकी सबसे अच्छी भूमिका क्या हो सकती है?महिलाओं पर फोकसआइएस नियमित रूप से नृशंस हत्याओं, आतंकवादियों की ट्रेनिंग और पश्चिमी देशों को धमकी वाले वीडियो जारी करता रहता है. लेकिन, इस बार पहले से हटकर महिलाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है. द इंडिपेंडेंट के मुताबिक, संगठन के मीडिया अकाउंट्स खुलने के महज दो सप्ताह में ही इसके दो हजार से ज्यादा लोग फॉलोअर्स बन गये हैं.

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