इटली की फैबियोला सर्न की पहली महिला प्रमुख
सेंट्रल डेस्कइटली की जानी-मानी भौतिक विज्ञानी फैबियोला गियानोट्टी दुनिया की सबसे बड़ी प्रयोगशाला सर्न की पहली महिला प्रमुख नियुक्त की गयी हैं. वह सर्न की 16वीं डायरेक्टर जनरल होंगी. प्रयोगशाला के 20 सदस्यीय रुलिंग काउंसिल की टीम ने तीन उम्मीदवारों में से 54 वर्षीय फैबियोला को चुना. फैबियोला भले केंद्र की पहली महिला प्रमुख बनी […]
सेंट्रल डेस्कइटली की जानी-मानी भौतिक विज्ञानी फैबियोला गियानोट्टी दुनिया की सबसे बड़ी प्रयोगशाला सर्न की पहली महिला प्रमुख नियुक्त की गयी हैं. वह सर्न की 16वीं डायरेक्टर जनरल होंगी. प्रयोगशाला के 20 सदस्यीय रुलिंग काउंसिल की टीम ने तीन उम्मीदवारों में से 54 वर्षीय फैबियोला को चुना. फैबियोला भले केंद्र की पहली महिला प्रमुख बनी हैं, इससे पहले इटली के चार लोग इस पद पर पहुंच चुके हैं. वर्ष 1994 में सर्न ज्वाइन करनेवाली और वर्ष 2009 में लार्ज हैड्रिन कोलाइडर (एलएचसी) में हिग्स डाटा के अध्ययन के लिए बनी दो टीम में से एक एटलस कोलाबोरेशन की प्रमुख बनीं गियानोती जनवरी, 2016 में अपना पदभार ग्रहण करेंगी. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि फैबियोला यूनिवर्सिटी ऑफ मिलान के डॉक्टरेट फेलो के रूप में वर्ष 1987 में ही फ्रांस और स्विट्जरलैंड की सीमा पर जिनेवा के निकट स्थित सर्न से जुड़ गयी थीं. वह रोल्फ ह्यूर का स्थान लेंगी.वर्ष 2012 में हिग्स बोसोन के कण की खोज में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करनेवालीं फैबियोना के नेतृत्व में सर्न अब विश्व की उत्पत्ति के बारे में अध्ययन करने की योजना पर काम कर रहा है. हिग्स बोसोन की खोज के लिए ब्रिटिश वैज्ञानिक पीटर हिग्स, बेल्जियम के फ्रांस्वा एंग्लर्ट और उनके साथी को वर्ष 2013 का नोबेल पुरस्कार भी मिला.संगीत में थी रुचिदुनिया की सबसे बड़ी प्रयोगशाला की प्रमुख चुनीं गयीं फैबियोला गियानोती, जो दुनिया भर के 10,000 से अधिक वैज्ञानिकों का नेतृत्व करेंगी, अच्छा पियानो बजाती हैं. एक बार उन्होंने संगीत में कैरियर भी बनाने की सोची थी. बहरहाल, गियानोती ने कहा है कि इस पद पर चयन से वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं.