अखिलेश दास ने राज्यसभा के लिए 100 करोड़ पेशकश की

एजेंसियां, लखनऊ बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी छोड़ कर गये पूर्व राज्यसभा सांसद अखिलेश दास पर बुधवार को आरोप लगाया कि उन्होंने फिर से उच्च सदन का सदस्य बनाये जाने के लिए 100 करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी. मायावती ने कहा कि राज्यसभा का दोबारा सदस्य बनाये जाने के इच्छुक अखिलेश दास ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2014 11:03 PM

एजेंसियां, लखनऊ बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी छोड़ कर गये पूर्व राज्यसभा सांसद अखिलेश दास पर बुधवार को आरोप लगाया कि उन्होंने फिर से उच्च सदन का सदस्य बनाये जाने के लिए 100 करोड़ रुपये देने की पेशकश की थी. मायावती ने कहा कि राज्यसभा का दोबारा सदस्य बनाये जाने के इच्छुक अखिलेश दास ने उनसे दिल्ली में बात की और कहा था कि वह जितना चाहें धन ले लें. दास ने यह भी कहा कि वह पचास करोड़ रुपये या 100 करोड़ रुपये तक देने को तैयार हैं, लेकिन ‘मैंने कहा कि 200 करोड़ रुपये देने पर भी मैं उन्हें राज्यसभा के लिए दोबारा प्रत्याशी नहीं बनाऊंगी’ दास वादे पर खरे नहीं उतरेअखिलेश दास पहले कांग्रेस में थे. वहां से राज्य सभा में गये. फिर वहां दाल नहीं गली तो मेरे पास आये कहा कि वह वैश्य समाज को बसपा से जोड़ेंगे. बसपा ने उनके वादे पर भरोसा करके राज्य सभा में भेजा. उन्होंने कभी अपना काम नहीं किया. पार्टी और संगठन में रूचि नहीं ली. वह सदन से भी गायब रहते थे. बसपा ने राज्यसभा के दो प्रत्याशी घोषित किये यूपी से 10 सीटों के लिए होनेवाले राज्यसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती ने दो प्रत्याशियों राजाराम एवं वीर सिंह एडवोकेट को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया. मायावती ने कहा कि इस बार विधायकों की संख्या कम होने के कारण बसपा सर्व समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दे पाने में असमर्थ है. उन्होंने कहा कि बसपा का मुख्य आधार दलित रहा है. अत: विधायकों की संख्या कम होने के कारण पार्टी ने दलित वर्ग के ही दो लोगों को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाये जाने का निर्णय किया है. मायावती ने कहा कि पार्टी केवल उसी व्यक्ति को टिकट देगी, जो बसपा के आंदोलन को आगे बढ़ाये, जमीन से जुड़ा हो और जिसमें बसपा के पक्ष में जनाधार बढ़ाने का सामर्थ्य हो. कौन हैं अखिलेश दास त्रलखनऊ के मेयर रह चुके र्हैंत्रएक बार कांग्रेस और एक बार बसपा से राज्य सभा के सांसद रह चुके हैंत्रयूपीए-1 में वह राज्य मंत्री भी रह चुके हैंत्रयूपी के पूर्व सीएम बनारसी दास के बेटे हैंत्रबीबीडी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के चेयरमैन हैत्रलखनऊ से अखबार भी निकालते हैं

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