बरियातू के 13 लोगों का पता नहीं
उत्तराखंड में कुदरत के कहर के बाद तकरीबन 62 हजार लोग अब भी फंसे हुए हैं. झारखंड से भी बड़ी संख्या में तीर्थयात्री चार धाम की यात्र के लिए हरिद्वार, कैलाश मानसरोवर, केदारनाथ व ऋषिकेश गये थे. उनसे न तो किसी तरह का संपर्क हो पा रहा है और न ही उनका हाल-चाल पता चल […]
उत्तराखंड में कुदरत के कहर के बाद तकरीबन 62 हजार लोग अब भी फंसे हुए हैं. झारखंड से भी बड़ी संख्या में तीर्थयात्री चार धाम की यात्र के लिए हरिद्वार, कैलाश मानसरोवर, केदारनाथ व ऋषिकेश गये थे. उनसे न तो किसी तरह का संपर्क हो पा रहा है और न ही उनका हाल-चाल पता चल पा रहा है. इससे उनके परिजनों की चिंता काफी बढ़ गयी है. सभी लोग कुदरत के इस कहर के आगे विवश हैं.
रांची: चार धाम की यात्र पर उत्तराखंड के केदारनाथ गये बरियातू क्षेत्र के छह परिवार के 13 लोग लापता हैं. इनके परिजनों ने बताया कि 15 जून की शाम तक उनसे संपर्क बना हुआ था. उसके बाद से बातचीत नहीं हो पायी है. अनिष्ट की आशंका से सभी परेशान हैं.
जो लापता हैं
बक्सी कंपाउंड, खिजुरिया टोली निवासी झामुमो कार्यालय प्रभारी मदन नायक व उनकी पत्नी प्रभा
बरियातू हिल एरिया भरमटोली निवासी बैजनाथ सिंह, उनकी पत्नी राधिका देवी व पुत्र भीम सिंह, अनिल सिंह और उनकी पत्नी किरण देवी, चंद्रमोहन उपाध्याय और उनकी पत्नी
कुसुम बिहार निवासी धीरज कुमार खिजुरिया टोली निवासी लालू टोप्पो, लीला कच्छप व नागी टोप्पो
सात जून को ट्रेन से निकले थे
बरियातू भरमटोली निवासी बैजनाथ सिंह के पुत्र कृष्णा ने बताया कि उनके पिता बैजनाथ सिंह, मां राधिका देवी, भीम सिंह सहित सभी लोग सात जून को ट्रेन से चार धाम की यात्र के लिए निकले थे. रांची से वे लोग दिल्ली गये. दिल्ली से बस से चार धाम की यात्र पर निकले थे. गंगोत्री, बद्रीनाथ (हरिद्वार) का दर्शन कर वे लोग 15 जून की शाम केदारनाथ पहुंचे थे. उसके बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है. 17 जून को अनिल सिंह का फोन आया था, लेकिन बात नहीं हो पायी. इससे उनके परिवार के लोगों की चिंता काफी बढ़ गयी है. उन लोगों ने केदारनाथ की हेल्पलाइन नंबर पर भी संपर्क किया था, लेकिन वहां संचार व्यवस्था ठप है. इस कारण कोई हाल-चाल पता नहीं चल पा रहा है.