लड़कियों के जींस पहने से संस्कृति खत्म नहीं हो जाती : मृदुला सिन्हा

नयी दिल्ली. गोवा की राज्यपाल और प्रसिद्ध साहित्यकार मृदुला सिन्हा ने कहा है कि लड़कियों के जींस पहनने और घूमने-फिरने से संस्कृति खत्म नहीं हो जाती. पहनावा चाहे कुछ भी हो, बौद्धिक रूप से वे भारतीय ही रहती हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा ‘राष्ट्र के बौद्धिक विकास में साहित्य एवं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2014 11:02 PM

नयी दिल्ली. गोवा की राज्यपाल और प्रसिद्ध साहित्यकार मृदुला सिन्हा ने कहा है कि लड़कियों के जींस पहनने और घूमने-फिरने से संस्कृति खत्म नहीं हो जाती. पहनावा चाहे कुछ भी हो, बौद्धिक रूप से वे भारतीय ही रहती हैं. माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा ‘राष्ट्र के बौद्धिक विकास में साहित्य एवं मीडिया की भूमिका’ पर आयोजित संगोष्ठी में मृदुला ने सोमवार को कहा, ‘कभी-कभी हम देखते हैं कि लोग शिकायत करते हैं कि बेटियां हैं, जींस पहन के जा रही हैं. हमारी संस्कृति तो बची ही नहीं. इतनी निराशापूर्ण बात सुनने को मिलती है.’ उन्होंने कहा कि लड़कियों के लिबास को न देखें, उसकी भावनाओं को पहचानें. आप उनकी भारतीयता की भावना देख आश्चर्यचकित रह जायेंगे.

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