रांची : रांची में शनिवार को कोरोना के 177 नये संक्रमित मिले हैं, जिसमें 48 लोग रिम्स से हैं. संक्रमिताें में रिम्स के डॉक्टर व कर्मचारी शामिल हैं. रिम्स से मिले संक्रमितों में निदेशक कार्यालय का एक सुरक्षा कर्मी भी शामिल है. सुरक्षा गार्ड के पॉजिटिव आने के बाद कार्यालय में काम करने वाले स्टाफ भयभीत हो गये हैं. कर्मचारी यह पता करने में जुट गये हैं कि उनका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क उस गार्ड से तो नहीं हो गया था. रांची में मिलनेवाले संक्रमित मोरहाबादी, हरमू, डोरंडा, कांके रोड व बिरसा चौक इलाके के रहनेवाले हैं.
इधर, शनिवार को रांची में 369 कोरोना संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं. स्वस्थ होने वाले कर्मचारियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है. वहीं जिनकी रिपोर्ट रात को आयी है, उनको रविवार को अस्पताल से छुट्टी दी जायेगी. वहीं विभिन्न आइसोलेशन में शामिल कई लोगों की रविवार को जांच के लिए सैंपल लिया जायेगा.
एसटीएफ व सीआरपीएफ जवान ने दिया प्लाज्मा
रांची. रिम्स ब्लड बैंक में शनिवार को एसटीएफ के दो व सीआरपीएफ के एक जवान ने प्लाज्मा दान किया. रिम्स ब्लड बैंक मेें तीनों जवानों के प्लाज्मा को संग्रहित कर लिया गया है. संक्रमिताेें के मांगपत्र के हिसाब से अस्पताल को प्लाज्मा उपलब्ध करा दिया जायेगा.
लीवंस हॉस्पिटल में संक्रमितों की देखभाल की है अलग व्यवस्था : बिशप
रांची. आग्जीलरी बिशप थियोडोर मास्करेन्हास ने जानकारी दी है कि मांडर स्थित फादर कांस्टेंट लीवंस हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में कोविड-19 मरीजों की देखभाल की अलग व्यवस्था की गयी है. वहां एंटीबॉडी कोविड टेस्ट की सुविधा भी है, जिसकी रिपोर्ट 20 से 30 मिनट में मिल जाती है. आरटीपीसीआर कोविड-19 टेस्ट के लिए वहां स्वाब लिया जाता है, जिसकी रिपोर्ट 24 से 36 घंटे में मिल जाती है. साथ ही इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों के खानपान, दवा, देखभाल का विशेष ध्यान रखा जाता है. अस्पताल के खर्च दूसरे अस्पतालों से कम और आम लोगों के दायरे में हैं.
Post by : Pritish Sahay