अमेरिका में सेना के खिलाफ याचिका

त्रदाढ़ी, केश न कटवाने तक आरओटीसी: कार्यक्रम में भरती न करने का आरोपएजेंसियां, वॉशिंगटन अमेरिका के दो अधिकार समूहों ने एक सिख छात्र को दाढ़ी और केश न कटवाने तक रिजर्व ऑफिसर ट्रेनिंग कॉर्प्स (आरओटीसी) कार्यक्रम में कथित तौर पर भरती न करने के लिए अमेरिकी सेना के खिलाफ एक याचिका दाखिल की है. ‘यूनाइटेड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2014 11:03 PM

त्रदाढ़ी, केश न कटवाने तक आरओटीसी: कार्यक्रम में भरती न करने का आरोपएजेंसियां, वॉशिंगटन अमेरिका के दो अधिकार समूहों ने एक सिख छात्र को दाढ़ी और केश न कटवाने तक रिजर्व ऑफिसर ट्रेनिंग कॉर्प्स (आरओटीसी) कार्यक्रम में कथित तौर पर भरती न करने के लिए अमेरिकी सेना के खिलाफ एक याचिका दाखिल की है. ‘यूनाइटेड सिख’ और ‘अमेरिकी सिविल लिबर्टीज यूनियन’ द्वारा बुधवार को दाखिल याचिका में कोर्ट से सेना के अधिकारियों को यह आदेश देने का आग्रह किया गया है कि इकनूर सिंह को उसके मजहबी दस्तूर बनाये रखते हुए आरओटीसी कार्यक्रम में भरती करने की अनुमति दी जाये.याचिका कोलंबिया जिले की एक अमेरिकी जिला अदालत में दाखिल की गयी. याचिका में तर्क दिया गया है कि मजहबी आधार पर छूट देने से सेना द्वारा इनकार करने से ‘रिलीजियस फ्रीडम रेस्टोरेशन एक्ट’ का उल्लंघन होता है. कानून में धार्मिक दस्तूरों के लिए कानूनी संरक्षण का प्रावधान है. न्यू यॉर्क के क्वींस में जन्मा और पला-बढ़ा सिंह अंगरेजी, पंजाबी, हिंदी और उर्दू बोलता है. उसे उम्मीद है कि एक दिन वह सैन्य खुफिया अधिकारी बनेगा.

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