सरकार के खिलाफ वाम दलों का प्रदर्शन आठ से
एजेंसियां, नयी दिल्लीनरेंद्र मोदी सरकार की कथित जन विरोधी नीतियों के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में आठ से 14 दिसंबर तक सभी वाम दल राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेंगे. इसके पहले माकपा राष्ट्रीय ग्रामीण गारंटी योजना को कथित रूप से हल्का करने के सरकार के कदम के खिलाफ 26 नवंबर को यहां धरना देगी, जिसका नेतृत्व […]
एजेंसियां, नयी दिल्लीनरेंद्र मोदी सरकार की कथित जन विरोधी नीतियों के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में आठ से 14 दिसंबर तक सभी वाम दल राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेंगे. इसके पहले माकपा राष्ट्रीय ग्रामीण गारंटी योजना को कथित रूप से हल्का करने के सरकार के कदम के खिलाफ 26 नवंबर को यहां धरना देगी, जिसका नेतृत्व त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार करेंगे. माकपा ने कहा है कि सरकार अपने आधिकारिक आंकड़ों में खुद मान चुकी है कि मनरेगा के कार्यान्वयन के मामले में त्रिपुरा सर्वश्रेष्ठ राज्य है, लेकिन मोदी सरकार ने इसके आवंटन में मनमाने ढंग से और जबरदस्त कटौती कर दी गयी. हफ्ते भर चलने वाले प्रदर्शनों के लिए केंद्र में चार वाम दलों से भाकपा (माले) लिबरेशन और सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया जैसे नये साथियों के मिलने के साथ ही पश्चिम बंगाल और पंजाब जैसे प्रांतों में कई अन्य दल और समूह भी हाल में जुड़े हैं. इन मुद्दों को लेकर होगा प्रदर्शन श्रम कानूनों को हल्का बनाने, महंगाई, आवश्यक दवाओं के दामों में मूल्य वृद्धि, बीमा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ाने और काला धन, सांप्रदायिकता में इजाफा, तथाकथित ‘लव जिहाद’ घृणा अभियान और सांप्रदायिक प्रचार के अन्य रूप, महिलाओं, दलितों और दबे कुचले तबकों पर अत्याचार