अनुच्छेद 370 को खत्म करना अशांति को बुलावा देना होगा : फारूक

एजेंसियां, लंदनस्वास्थ्य कारणों से देश से दूर फारूक अब्दुल्ला राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने के भाजपा के ‘खतरनाक’ इरादों को लेकर चिंतित हैं. तीन बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे फारूक का मानना है कि ऐसा हुआ तो ‘बड़े पैमाने पर अशांति’ पैदा होगी. चार दशक में यह पहला मौका है, जब सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2014 4:01 PM

एजेंसियां, लंदनस्वास्थ्य कारणों से देश से दूर फारूक अब्दुल्ला राज्य का विशेष दर्जा समाप्त करने के भाजपा के ‘खतरनाक’ इरादों को लेकर चिंतित हैं. तीन बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे फारूक का मानना है कि ऐसा हुआ तो ‘बड़े पैमाने पर अशांति’ पैदा होगी. चार दशक में यह पहला मौका है, जब सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष राज्य विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का नेतृत्व नहीं कर पा रहे हैं. वह तीन महीने से किडनी के इलाज के सिलसिले में लंदन में हैं.यहां एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, ‘मैं एक बल्लेबाज हूं, जिसका इलाज चल रहा है, लेकिन मैदान पर वापस जाने के लिए बेेताब हूं.’ उन्होंने बताया कि वह अगले वर्ष फरवरी से पहले स्वदेश नहीं लौट पायेंगे. तब तक राज्य विधानसभा के नवंबर-दिसंबर में होनेवाले चुनाव हो चुके होंगे.अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के गंभीर परिणामों के प्रति आगाह करते हुए उन्होंने कहा, ‘युवाओं के जेहन में बड़ी उथल-पुथल मचेगी. हम कभी शांति नहीं पा सकेंगे.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में फारूक ने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि वह अनुच्छेद 370 पर आरएसएस के हुक्म के खिलाफ जा पायेंगे. पूरे देश के लिए वह बहुत बड़ा दिन होगा, जब वह जम्मू और कश्मीर की जनता की दिल की धड़कनों को समझ पायेंगे.’भाजपा से लोन की नजदीकी की आलोचनापृथकतावादी नेता सज्जाद लोन से नजदीकियां बढ़ाने की भाजपा की कोशिशों की आलोचना करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘जो लोग स्वतंत्र कश्मीर के कट्टर पैरोकार रहे हैं, भाजपा उनसे नजदीकियां बढ़ा रही है. क्या ये वही लोग नहीं हैं, जिन्होंने राज्य को जहन्नुम बना दिया?’कोट”यकीन जानिए, मेरी बड़ी चिंता संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के भाजपा के जाहिरा इरादों को लेकर है, जिससे हमारे राज्य को विशेष दर्जा मिला हुआ है. इसके लिए महात्मा गांधी और भारत सरकार द्वारा वचन दिया गया था. वह (भाजपा) अपना मकसद हासिल करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं. वह इस संवेदनशील राज्य में ध्रुवीकरण करेंगे, जैसा कि उन्होंने देश के बाकी हिस्सों में किया है.फारूक अब्दुल्ला, अध्यक्ष, नेशनल कॉन्फ्रेंस

Next Article

Exit mobile version