लक्ष्य तक पहुंचने में मेहनत करनी पड़ी

प्रीति पाल मैंने एमबीए क्लियर कर अपनी मंजिल पा ली है. कभी पढ़ाई को हल्के में नहीं लिया. अपने लक्ष्य तक पहुंचने में काफी मेहनत करनी पड़ी. हमेशा पढ़ाई के प्रति सतर्क रही. जब भी मौका मिलता पढ़ाई करती, लेकिन परीक्षा के समय ज्यादा पढ़ा करती थी. मेरा सपना था एमबीए करना, जो माता-पिता के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2014 5:01 PM

प्रीति पाल मैंने एमबीए क्लियर कर अपनी मंजिल पा ली है. कभी पढ़ाई को हल्के में नहीं लिया. अपने लक्ष्य तक पहुंचने में काफी मेहनत करनी पड़ी. हमेशा पढ़ाई के प्रति सतर्क रही. जब भी मौका मिलता पढ़ाई करती, लेकिन परीक्षा के समय ज्यादा पढ़ा करती थी. मेरा सपना था एमबीए करना, जो माता-पिता के आशीर्वाद से पूरा हुआ. विद्यार्थियों से कहना चाहती हूं कि जब भी मौका मिले, उस दौरान पढ़ाई पर ध्यान दें. अंगरेजी जैसे अन्य सब्जेक्ट पर भी ज्यादा ध्यान दें. रोजाना सुबह पढ़ाई करने की कोशिश करें. जब भी पढ़ाई करें एकाग्रता के साथ करें. तभी सफलता मिल सकती है.

Next Article

Exit mobile version