तत्कालीन डीजी ने दर्ज करायी थी आपत्ति
रांची: दारोगा, सार्जेट व कंपनी कमांडर की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी के मामले में तत्कालीन डीजी होमगार्ड कुमुद चौधरी ने भी आपत्ति दर्ज करायी थी. नियुक्ति समिति ने जब प्रक्रिया पूरी करने के बाद डीजी होमगार्ड से कहा कि 51 उम्मीदवारों का नियुक्ति पत्र जारी कर दें, तब होमगार्ड डीजी कुमुद चौधरी ने समिति को […]
रांची: दारोगा, सार्जेट व कंपनी कमांडर की नियुक्ति में हुई गड़बड़ी के मामले में तत्कालीन डीजी होमगार्ड कुमुद चौधरी ने भी आपत्ति दर्ज करायी थी. नियुक्ति समिति ने जब प्रक्रिया पूरी करने के बाद डीजी होमगार्ड से कहा कि 51 उम्मीदवारों का नियुक्ति पत्र जारी कर दें, तब होमगार्ड डीजी कुमुद चौधरी ने समिति को पत्र लिख कर इस पर आपत्ति जतायी थी.
पत्र में उन्होंने नियुक्ति समिति द्वारा तैयार मेरिट लिस्ट की हस्ताक्षरित फोटो कॉपी की मांग की थी. समिति के अध्यक्ष व एक सदस्य ने निजी एजेंसी (मेरिट ट्रैक प्राइवेट लिमिटेड) द्वारा तैयार मेरिट लिस्ट पर हस्ताक्षर कर डीजी होमगार्ड को भेज दिया.
इसके बाद 51 कंपनी कमांडरों के नियुक्ति पत्र जारी कर दिये गये. यहां गौर करनेवाली बात यह है कि डीजी होमगार्ड ने नियुक्ति समिति द्वारा तैयार मेरिट लिस्ट की मांग की थी, न कि निजी एजेंसी द्वारा तैयार मेरिट लिस्ट की. यह भी उल्लेखनीय है कि नियुक्ति पत्र नियुक्ति समिति द्वारा जारी किये जाते हैं, न कि किसी दूसरे अधिकारी द्वारा. 277 दारोगा व 56 सार्जेट के नियुक्ति पत्र समिति ने ही जारी किये. कंपनी कमांडरों के नियुक्ति मामले में होमगार्ड के किसी अधिकारी को समिति में नहीं शामिल किये जाने पर भी अब सवाल उठ रहे हैं.
होमगार्ड मुख्यालय ने गृह विभाग को कंपनी कमांडरों की नियुक्ति का अनुरोध किया था. गृह विभाग ने दारोगा नियुक्ति के साथ ही कंपनी कमांडर की नियुक्ति का आदेश दिया था. चूंकि, होमगार्ड पुलिस विभाग से अलग है. इसलिए कंपनी कमांडर की नियुक्ति के लिए बनी समिति में अगर होमगार्ड के किसी अधिकारी को शामिल किया जाता, तो नियुक्ति पत्र जारी करने के वक्त सवाल नहीं उठता.