सरकार को खतरा नहीं : शिवसेना
इस बीच, शिवसेना ने मध्यावधि चुनाव के बयान को ले कर पवार पर हमला किया और कहा कि इस तरह की चीजें नहीं होंगी. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, ‘पवार को अपने हाल का बयान पढ़ना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे यकीन है कि महाराष्ट्र में फिर से चुनाव नहीं होगा.’ शिवसेना के पास सरकार […]
इस बीच, शिवसेना ने मध्यावधि चुनाव के बयान को ले कर पवार पर हमला किया और कहा कि इस तरह की चीजें नहीं होंगी. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, ‘पवार को अपने हाल का बयान पढ़ना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे यकीन है कि महाराष्ट्र में फिर से चुनाव नहीं होगा.’ शिवसेना के पास सरकार को स्थिर या अस्थिर करने की चाबी है. राउत ने स्पष्ट किया कि शिवसेना राज्य की भाजपा सरकार के लिए किसी भी प्रकार का खतरा नहीं बनेगी. उनके इस बयान से यह संकेत मिलता है कि दोनों पार्टियों के बीच दूरियां कम होती नजर आ रही हैं. महाराष्ट्र विधानसभा के हाल में हुए चुनाव में 25 वर्ष से राज्य में सहयोगी रही शिवसेना और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़ी थीं. भाजपा ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 121 और शिवसेना ने 63 सीटें जीती थीं. चुनाव नतीजों के बाद राज्य में दोनों के बीच सरकार बनाने के लिए लंबी बयानबाजी के बाद भाजपा ने अकेले ही सरकार बनायी थी. पूर्व शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर सोमवार को आयोजित समारोह में फडणवीस की शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात हुई थी. इसके बाद दोनों दलों की दूरियां कम होने के कयास लगाये जा रहे हैं.