रांची: राज्य सरकार ने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की ओर से पहली व दूसरी सिविल सेवा संयुक्त परीक्षा में फेल परीक्षार्थियों को दो अतिरिक्त अवसर देने पर सहमति प्रदान कर दी है. यानी जो परीक्षार्थी पहली व दूसरी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए और अनुत्तीर्ण हो गये तथा वे पांचवीं सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हो रहे हैं, तो उनके चार में से पूर्व के दो अवसर की गिनती नहीं होगी.
राज्य सरकार ने पांचवीं सिविल सेवा परीक्षा में कट ऑफ डेट एक अगस्त 2013 से घटा कर एक अगस्त 2009 कर दिया है. राज्यपाल की स्वीकृति के बाद कार्मिक व प्रशासनिक विभाग द्वारा शीघ्र ही आयोग को इसकी जानकारी उपलब्ध करा दी जायेगी.
मालूम हो कि सरकार द्वारा कट ऑफ डेट एक अगस्त 2013 किये जाने का यहां के उम्मीदवारों द्वारा विरोध किया जा रहा था. उम्मीदवारों का कहना था कि चौथी सिविल सेवा परीक्षा में कट ऑफ डेट 2006 किया गया था, इसलिए पांचवीं सिविल सेवा परीक्षा में कट ऑफ डेट 2007 होना चाहिए. पहले व दूसरे की सीबीआइ जांच चल रही है, इसलिए उम्मीदवारों को कुल चार चांस में इसकी गिनती नहीं की जाये. उम्मीदवारों द्वारा इस संबंध में आयोग के अध्यक्ष को आवेदन भी दिया गया था.
झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ने उम्मीदवारों के आवेदन के साथ कार्मिक व प्रशासनिक विभाग से इस संबंध में दिशा-निर्देश मांगा था. इसके बाद ही राज्य सरकार ने उक्त फैसले लिये.