आइएफएफआइ 2014 में मनोज वाजपेयी ने शुरू किया ‘इंडियन पैनोरमा’
पणजी. बॉलीवुड अभिनेता मनोज वाजपेयी के लिए वह बेहद भावुक लम्हा था जब उन्होंने आइएफएफआइ के ‘इंडियन पैनोरमा’ (भारतीय सिंहावलोकन) का शुभारंभ किया. फिल्म महोत्सव के दौरान उन्होंने दिल्ली में बिताये अपने उन दिनों की यादें साझा कीं और यह भी बताया कि कैसे उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी यात्रा आरंभ की. वाजपेयी की सफल […]
पणजी. बॉलीवुड अभिनेता मनोज वाजपेयी के लिए वह बेहद भावुक लम्हा था जब उन्होंने आइएफएफआइ के ‘इंडियन पैनोरमा’ (भारतीय सिंहावलोकन) का शुभारंभ किया. फिल्म महोत्सव के दौरान उन्होंने दिल्ली में बिताये अपने उन दिनों की यादें साझा कीं और यह भी बताया कि कैसे उन्होंने हिंदी सिनेमा में अपनी यात्रा आरंभ की. वाजपेयी की सफल फिल्म ‘सत्या’ को वर्ष 1998 के आइएफएफआइ पैनोरमा में प्रदर्शित किया गया था. वाजपेयी ने बताया कि नये होने के बावजूद धन कमाने से ज्यादा उन्हें फिल्में उत्साहित करती थीं. इससे पहले भी आइएफएफआइ का हिस्सा रह चुके फिल्म ‘तेवर’ के सितारे ने कहा, एक फिल्मी अभिनेता बनने की मेरी यात्रा का आरंभ दिल्ली में आइएफएफआइ से ही शुरू हुआ था. मेरे काम के लिए जो मुझे पैसे मिले थे उससे ज्यादा मैं महोत्सव के दौरान अपनी फिल्मों के प्रदर्शन को लेकर उत्साहित था. कुछ अच्छी फिल्में देखने के लिए मैं अक्सर चोरी छिपे थिएटर में घुस जाता था. अभिनेता ने उन फिल्मकारों की भी प्रशंसा की जिनकी फिल्मंे इस साल के पैनोरमा के लिए चयनित हुई थीं. मनोज ने बताया कि वह परेश मोकाशी के बहुत बडे प्रशंसक हैं जिनकी मराठी फिल्म ‘एलिजाबेथ एकादशी’ इस वर्ग की शुरुआती फीचर फिल्म है.