जमशेदपुर/रांची: नक्सली हमले की आशंका को देखते हुए राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आजसू प्रमुख सुदेश कुमार महतो को रांची जाने से रोक दिया गया. उनको जमशेदपुर के सर्किट हाउस में ही रात्रि विश्रम करने के लिए रोका गया.
बहरागोड़ा में आयोजित एक जनसभा और कार्यक्रम में शामिल होने के बाद रात करीब नौ बजे सुदेश महतो रांची के लिए रवाना हुए. बहरागोड़ा से सीधे रांची जाते वक्त नेशनल हाइवे पर स्थित गिरधारी होटल और चांडिल के बीच के एरिया में ही उनके सुरक्षा प्रमुख को वायरलेस संदेश आया कि नक्सलियों का बंद चल रहा है और नक्सली हमले की आशंका है.
इस आशंका को देखते हुए उनको तत्काल रांची के लिए वापस करने को कहा गया. इसकी जानकारी चांडिल पुलिस को भी दे दी गयी. चांडिल थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिस बलों के साथ वहां पहुंच गये और अतिरिक्त सुरक्षा के बीच उनको सीधे जमशेदपुर वापस लौट जाने और दूसरे दिन सुबह में रांची जाने का आग्रह किया गया, जिसके बाद रात करीब सवा 11 बजे सुदेश महतो का काफिला वापस जमशेदपुर के लिए लौटा.
बताया जाता है कि कार्यक्रम के मुताबिक, सुदेश महतो को शाम सात बजे ही बहरागोड़ा से वापस लौटना था. लेकिन रात ज्यादा हो गयी और करीब नौ बज गये. चूंकि, रांची जाना अनिवार्य था, इस कारण सुदेश महतो चाह रहे थे कि रांची लौट जायें. इस कारण वे आगे बढ़े, लेकिन उनको रास्ते में ही रोक दिया गया. सूचना पाकर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का दल भी सर्किट हाउस पहुंचा और उनका हाल-चाल लिया. उनकी सुरक्षा जमशेदपुर में भी बढ़ा दी गयी है. वे जमशेदपुर सर्किट हाउस में ही रात्रि विश्रम करने के बाद लौटेंगे.
सुरक्षा कारणों से रोका गया : सुदेश
बहरागोड़ा के कार्यक्रम में थोड़ा विलंब हुआ था. सुरक्षा कारणों से पुलिस ने रांची आने की अनुमति नहीं दी. इस कारण जमशेदपुर में ही रात्रि विश्राम होगा. -सुदेश महतो, पूर्व उपमुख्यमंत्री व आजसू प्रमुख