मुल्क को बहुत कुछ दिया है कांग्रेस ने : के रहमान

रांची: अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री के रहमान खान ने कहा है कि कांग्रेस ने मुल्क की तरक्की और शान के लिए काम किया है. आज दुनिया में हम सिर उठा कर चल रहे हैं. अल्लाह भी सबको सब कुछ नहीं देता, कांग्रेस ने मुल्क को बहुत कुछ दिया है. मुसलमानों को किसी से भीख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:53 PM

रांची: अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री के रहमान खान ने कहा है कि कांग्रेस ने मुल्क की तरक्की और शान के लिए काम किया है. आज दुनिया में हम सिर उठा कर चल रहे हैं. अल्लाह भी सबको सब कुछ नहीं देता, कांग्रेस ने मुल्क को बहुत कुछ दिया है. मुसलमानों को किसी से भीख मांगने की जरूरत नहीं है.

खुद में ऐसी ताकत बनायें, जिससे उनके हक की बात हो. मुसलमानों के आरक्षण का सवाल है. देश का संविधान इसके अनुरूप नहीं है. आज कांग्रेस राज्यसभा में एक बिल पास कराने की हैसियत में नहीं है. देश में अवाम के लिए फूड सिक्यूरिटी बिल पास नहीं होता. टू थर्ड बहुमत आयेगा, तो फिर देखिए, हम कैसे काम करते हैं. केंद्रीय मंत्री रहमान गुरुवार को कांग्रेस भवन में पार्टी के अल्पसंख्यक नेताओं को संबोधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता कोल गेट-टूजी का नाम आते ही बचाव में आ जाते हैं. कोल गेट और टूजी में सच्चई नहीं है. सीएजी ने अनुमान लगाया है कि अगले तीस वर्ष में 1.70 लाख करोड़ का घोटाला होगा. यह सब मीडिया की उपज है.

विपक्ष बेवजह हल्ला करता है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व नेताओं में जानकारी का भी अभाव है. सच्चर कमेटी की बात होती है. कांग्रेस सच्चर कमेटी की 72 अनुशंसाओं में तीन को छोड़ 69 लागू कर रही है. अल्पसंख्यक मंत्रालय बनाये गये हैं. देश भर में एक हजार 600 करोड़ की स्कॉलरशिप अल्पसंख्यक छात्रों में बांटने की योजना है. देश में संविधान के बाद अगर कांग्रेस ने कुछ दिया है, तो वह सूचना का अधिकार है.

इससे पूर्व प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया. प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, विधायक दल के नेता राजेंद्र सिंह, सांसद सुबोधकांत सहाय, सरफराज अहमद, योगेंद्र साहू, अनंत प्रताप देव, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी, हिदायतुल्लाह खान सहित कई लोगों ने रहमान खान का स्वागत किया. कांग्रेस नेताओं ने मौके पर अल्पसंख्यकों की समस्या और राज्य के हालात भी बताये. अमानत अली, डॉ गुलफाम मुजिबी, मतलूब इमाम, शमशेर आलम, शहजादा अनवर, कैशर परवीन, हसन रूमी, बलजीत सिंह बेदी आदि ने अल्पसंख्यकों की पीड़ा बतायी.

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