Loading election data...

झारखंड : गिरिडीह के दो साइबर क्रिमिनल्स रांची में बैठकर करता था ठगी, हुई गिरफ्तारी

रांची के गोंदा थाने की पुलिस और साइबर सेल की टीम ने छापेमारी कर गिरिडीह के दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. दोनों रांची में किराया का मकान लेकर ठगी करता था. पुलिस ने दोनों के पास ठगी के पैसे सहित अन्य सामान बरामद किये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2023 10:11 PM

Jharkhand Cyber Crime News: राजधानी रांची के गोंदा थाना और साइबर सेल की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों में गिरिडीह के देवरी थाना क्षेत्र स्थित मंडरो निवासी ब्रह्मदेव पासवान और सोनू कुमार वर्णवाल शामिल है. पुलिस ने दोनों के पास ठगी के पैसे सहित अन्य सामान बरामद किये हैं. इसकी जानकारी मंगलवार को गोंदा थाना में संयुक्त रूप से साइबर सेल की डीएसपी यशोधरा और गोंदा थाना प्रभारी रवि ठाकुर ने संयुक्त रूप से दी.

बिजनेस प्रोवाइड कराने के नाम पर ठगी

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार दोनों साइबर अपराधियों के खिलाफ एदलहातू निवासी महिला रीता देवी की शिकायत पर सोमवार को गोंदा थाना में केस दर्ज किया गया था. पुलिस द्वारा दोनों साइबर अपराधियों से पूछताछ में साइबर फ्रॉड करने की बात स्वीकार करते हुए कई जानकारी दी. दोनों ने बताया कि वे बिजनेस प्रोवाइड कराने के नाम पर ठगी करते थे. वे अभी तक वैष्णवी से सात हजार, भूमि से पांच हजार, अतर से 10 हजार और हिरेन से 12 हजार रुपये ठग चुके हैं.

ठगी के रुपये मकान मालिक के किराये के रूप में भेजता था ऑनलाइन

दोनों ने अन्य लोगों से ठगे हुए सात हजार रुपये अपने मकान मालिक के बेटे को किराये के रूप में ऑनलाइन भेज दिया था. दोनों को फर्जी एकाउंट खोलने में एक्सिस बैंक, गिरिडीह ब्रांच का कर्मी रमित सिंह सहयोग करता था. दोनों करीब सात माह से साइबर फ्रॉड के पेशे से जुड़े हैं. साइबर अपराधी बैंक कर्मी को सहयोग करने के एवज में पैसे भी देता था. इससे संबंधित व्हाट्सऐप चैट भी मिले हैं.

Also Read: झारखंड : दुमका में मनीषा हत्याकांड का खुलासा, दो लाख की सुपारी देकर सौतन ने करायी हत्या, तीन लाेग गिरफ्तार

कैसे पकड़ में आया मामला

रीता देवी का एक मकान गांधी नगर में है. यहां दोनों युवक किरायेदार के रूप में रहते थे. दोनों ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर घर रेंट में लिया था. एक माह का रेंट दोनों आरोपियों ने हैदराबाद में जॉब करने वाले महिला के बेटे के अकाउंट में भेजा था. इस बीच बैंक द्वारा महिला के बेटे का एकाउंट फ्रीज कर दिया गया. पड़ताल करने पर महिला के बेटे को पता चला कि उसके अकाउंट में सूरत में साइबर फ्रॉड से हासिल किया गया पैसा ट्रांसफर किया गया है. इसके बाद युवक ने अपनी मां को बताया कि घर में रहने वाले रेंटर साइबर फ्रॉड हो सकते हैं. इसके बाद महिला ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी इंटर पास है. ब्रह्मदेव पासवान पहले एक्सिस बैंक के लिए काम कर चुका है.

राजधानी के पांच कारोबारियों का भी अकाउंट किया फ्रीज

पुलिस के अनुसार, राजधानी रांची के पांच कारोबारियों का मर्चेंट अकाउंट भी फ्रीज होने का मामला सामने आया है. इससे इस बात की आशंका है कि बाहर से आये साइबर अपराधियों ने राजधानी में आकर उनके अकाउंट में साइबर ठगी का पैसा ट्रांसफर किया हो. साइबर ठगों ने रुपये वहां से कोई सामान लेने या खरीदारी के बाद ट्रांसफर किया होगा. लेकिन, आगे यह जांच का विषय है.

साइबर अपराधियों के पास से जब्त सामान

पुलिस ने साइबर अपराधियों के पास से कई सामान भी जब्त किये हैं. इसके तहत 1,95,600 रुपये नगद, विभिन्न बैंक का 12 चेकबुक, विभिन्न बैंक का 34 डेबिट कार्ड, धनी पे का प्रीपेड कार्ड, विभिन्न कंपनियों का आठ मोबाइल, एक लैपटॉप, एक पेन ड्राइव, आठ सिम कार्ड, 12 आधार कार्ड और दो पैन कार्ड जब्त किया है.

Also Read: झारखंड : कोडरमा में विनय पांडेय हत्याकांड का खुलासा, मां- बेटे ने हत्या कर आत्महत्या का दिया था रूप

Next Article

Exit mobile version