रांची. विधानसभा चुनाव में 20 नये चेहरे जीत कर आये हैं. चुनावी मैदान में इन नये लोगों ने अपना कमाल दिखाया है. अब लोकतंत्र के सबसे ऊंचे सदन में इनकी परीक्षा होनी है. इन नये चेहरों में जयराम महतो पर सबकी नजर है. जयराम ने अपने तेवर वाले भाषण से अपने वोटरों के बीच जगह बनायी है. भाषणों की खनक चुनाव में लोगों ने देखी है. अब उन्हें विधानसभा का तौर-तरीका और बारीकी समझनी होगी. सदन में कौशल दिखाना होगा. विधायी कार्यों में निपुणता चुनावी मैदान से एकदम अलग मामला है.
सदन में पार्टियों को विधायकों की संख्या के आधार पर मिलता है वक्तव्य का समय
सदन में झारखंड के जिन नेताओं ने अपने मुद्दे, बहस और सवालों से जगह बनायी है, उनके पास तथ्यों और आंकड़े पर बात करने की कला है. सदन में पार्टियों को विधायकों की संख्या के आधार पर वक्तव्य का समय मिलता है. ऐसे में कम समय में प्रभावशाली प्रस्तुति का तरीका ही कारगर रहा है. वर्तमान विधानसभा में पांच महिलाएं पहली बार चुनकर आयीं हैं. भाजपा से सात, झामुमो से छह, कांग्रेस से तीन, माले से एक और आजसू से एक ऐसे नवनिर्वाचित विधायक हैं, जिनके सामने सदन में बेहतर करने की चुनौती होगी. नये विधायकों में कई युवा चेहरे हैं. पार्टियों को भी इनके धारदार भाषण और मुद्दों को लेकर उम्मीद रहेगी. खास कर सदन में विपक्ष के विधायकों की अहम भूमिका है. विपक्ष के नये विधायकों के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें होंगीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है