आम आदमी को भी मिले उद्योग का लाभ
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मंगलवार को दूसरे दिन भी संताल परगना में रहे. सुबह रांची से गोड्डा के वारिशटांड पहुंचे. संताल परगना क्षेत्र के पहले पावर प्लांट की आधारशिला रखी. यहां जिंदल 1320 मेगावाट का पावर प्लांट लगा रहा है. मेगा हैंडलूम कलस्टर का ऑनलाइन शिलान्यास किया. इससे 27 हजार बुनकरों को रोजगार मिलेगा. गोड्डा में […]
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मंगलवार को दूसरे दिन भी संताल परगना में रहे. सुबह रांची से गोड्डा के वारिशटांड पहुंचे. संताल परगना क्षेत्र के पहले पावर प्लांट की आधारशिला रखी. यहां जिंदल 1320 मेगावाट का पावर प्लांट लगा रहा है. मेगा हैंडलूम कलस्टर का ऑनलाइन शिलान्यास किया. इससे 27 हजार बुनकरों को रोजगार मिलेगा.
गोड्डा में ही मॉडल कॉलेज और पोलिटेक्निक कॉलेज की आधारशिला रखी. इसके बाद राष्ट्रपति देवघर पहुंचे. यहां श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए क्यू कांप्लेक्स व देवघर से बासुकिनाथ धाम तक 44 किमी लंबे सोलर स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी. 14 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट का उदघाटन किया. बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना भी की. शाम को रांची लौटे, फिर वायुसेना के विशेष विमान से दिल्ली चले गये.
गोड्डा/देवघर : गोड्डा में जिंदल ग्रुप के पावर प्लांट के शिलान्यास के दौरान राष्ट्रपति ने कहा : उद्योग लगे, तो इसका लाभ आम आदमी को भी मिलना चाहिए. लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि पहले मेरी जमीन गयी. वहां से आप बिजली का उत्पादन कर रहे हैं, लेकिन वह बिजली मेरे घर में नहीं आ रही है, तो मुङो क्या फायदा. आज भी शहर में छह प्रतिशत और गांव में 30 प्रतिशत कम बिजली पहुंचती है. इस कमी को पूरा करने के लिए बिजली उत्पादकता जरूरी है. उन्होंने कहा : यह भी देखना है कि जिस इलाके में उत्पादन हो रहा है, वहां के आसपास के गांवों में बिजली पहुंचे. बिजली आज की जरूरत है. बिजली के उत्पादन का सीधा प्रभाव देश व अर्थव्यवस्था पर पड़ता है.
युवाओं पर होगी जवाबदेही
राष्ट्रपति ने कहा : 2020 में भारत में औसतन आयु वर्ग 29 वर्ष होगा. अमेरिका में 41 वर्ष और जापान में 46 वर्ष. यानी भारत युवाओं का देश होगा. देश की जवाबदेही युवाओं पर होगी. युवाओं को स्कील्ड बनाने के लिए राजनीति से उठ कर सबको सोचना है. वर्तमान में जो शिक्षा पाते हैं, उनमें 20 से 25 फीसदी को ही नौकरी मिल पाती है. सभी को काम मिले, इसके लिए स्कील्ड डेवलपमेंट जरूरी है. क्षमता बढ़ाने के लिए मॉडल कॉलेज लाया गया, जहां शिक्षा के साथ-साथ प्रशिक्षण भी है.
आगे बढ़ रही है दुनिया
उन्होंने कहा : 12 वीं पंचवर्षीय योजना का मूल लक्ष्य नॉलेज बेस्ड सोसाइटी बनाना है. दुनिया आगे बढ़ रही है. भारत को भी इसमें शामिल होना होगा. राष्ट्रपति ने कहा : पेट्रोलियम उत्पादक देशों में जब पेट्रोल कम होने लगेगा, तो दाम बढ़ा देंगे. इस देश में 30 प्रतिशत से भी कम पेट्रोल का उत्पादन होता है. तब तेल कहां से आयेगा. अब समय है कि दूसरे देशों के साथ संपर्क बढ़ाते हुए अपने देश को कैसे आगे बढ़ाया जाये, इस पर सोचने का.
तकनीकी विकास से ही देश आगे जायेगा
राष्ट्रपति ने कहा : तकनीकी विकास ही देश को आगे ले जा सकता है. इसलिए देश को पढ़े-लिखे और प्रशिक्षित नौजवानों की जरूरत है. यह पूरे देश का सवाल है. उन्होंने कहा : देश में मजबूत लोकतंत्र बनाने का काम यहां के लोगों ने किया. लोग किसी को भी पीएम या सीएम बना सकते हैं. किसी भी दल को सत्ता में बैठा सकते हैं.
देश में 20 मेगा कलस्टर की योजना
राष्ट्रपति ने अपने वित्त मंत्री के कार्यकाल को याद करते हुए कहा : जब वित्त मंत्री था, तब देखा तंतुवा (बुनकर) भाई की आर्थिक स्थिति कमजोर है. जितने लोग देश में खेती करते हैं, उससे कुछ कम लोग ही हैंडलूम से जुड़े हैं. उनका उत्पादन हर जगह बिक नहीं सकता. इसलिए मेगा कलस्टर की योजना बनायी. भारत में 20 मेगा कलस्टर की योजना बनायी गयी. निशिकांत दुबे को दोस्त संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा : उन्होंने ही गोड्डा में एक प्रोजेक्ट देने की बात कही थी. तब यह योजना यहां मिली.
हमारे देश में साधन नहीं
देवघर में राष्ट्रपति ने क्यू कांप्लेक्स व बासुकिनाथ धाम तक 44 किमी लंबे सोलर स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी. 14 मेगावाट क्षमता के सोलर पावर प्लांट का उदघाटन किया. उन्होंने कहा : देश में कोयला या पानी से बिजली का उत्पादन होता है. विकसित देशों में न्यूक्लियर पावर से बिजली पैदा होती है. हमारे देश में साधन नहीं है. ऐसे में देवघर में सोलर पावर प्रोजेक्ट को लाना विकास की दिशा में सही कदम है, क्योंकि ऊर्जा का वैकल्पिक स्नेत भविष्य के विकास का संकेत है. इससे देवघर को वैकल्पिक बिजली मिलेगी. उन्होंने इस परियोजना को लानेवाले सभी सांसदों को बधाई दी. राष्ट्रपति ने कहा : मैं देवघर कई बार आया. झारखंड में तीर्थाटन, पर्यटन हमारी संस्कृति और परंपरा के साथ जुड़े हैं. मुङो इसलिए प्रसन्नता हो रही है कि विकास के लिए, श्रद्धालुओं की भलाई के लिए जरूरी इन प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी गयी है. हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इसलिए क्यू कांप्लेक्स बनाया जा रहा है. इसमें आधुनिक तकनीक का प्रयोग होगा. लंबी कतार से लोगों को निजात मिलेगी. विकास के लिए यह सही कदम है.
मंच पर ये भी थे मौजूद
गोड्डा में मंच पर राज्यपाल डॉ सैयद अहमद, नवीन जिंदल, सांसद सुबोधकांत सहाय, देवीधन बेसरा, विधायक हेमलाल मुरमू, संजय यादव, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी उपस्थित थे. मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने स्वागत भाषण दिया व आयुक्त अशोक मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. इसके अलावा राज्यपाल के सलाहकार मधुकर गुप्ता, के विजय कुमार, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव विमल कीर्ति सिंह, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव विनोद अग्रवाल, शिक्षा सचिव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप बलमुचु, विधायक मथुरा महतो समेत अन्य लोग कार्यक्रम में मौजूद थे. देवघर में राज्यपाल के अलावा मंच पर सांसद सुबोधकांत, निशिकांत दुबे, केडी सिंह व जेपीएन सिंह मौजूद थे.