रातू रोड से पीएलएफआइ के तीन उग्रवादी गिरफ्तार
मिलन पोद्दार से 80 लाख रुपये लेवी मांगने का आरोप रांची : पुलिस ने पोद्दार मोटर्स के संचालक मिलन पोद्दार से 80 लाख रुपये लेवी मांगने के आरोप में पीएलएफआइ के तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उनमें नरेश उर्फ रोहित (कडरू), रवि किंडो (चटर्जी कंपाउंड, चर्च रोड) और भीम […]
मिलन पोद्दार से 80 लाख रुपये लेवी मांगने का आरोप
रांची : पुलिस ने पोद्दार मोटर्स के संचालक मिलन पोद्दार से 80 लाख रुपये लेवी मांगने के आरोप में पीएलएफआइ के तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, उनमें नरेश उर्फ रोहित (कडरू), रवि किंडो (चटर्जी कंपाउंड, चर्च रोड) और भीम सेन (सोनाहातू) शामिल हैं. पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के पास से मिलन पोद्दार से लिये गये एक लाख लेवी की रकम में से 45 हजार रुपये बरामद कर लिये हैं. तीनों को गुरुवार की सुबह रातू रोड दुर्गा मंदिर के समीप गिरफ्तार किया गया. यह जानकारी सिटी एसपी अनूप बिरथरे ने पत्रकारों को दी.
सिटी एसपी ने बताया कि व्यवसायी से लेवी मांगने में छह लोग शामिल हैं, जिनमें कमांडर प्रभात उर्फ लखन सिंह, (चटर्जी कंपाउंड), अंगद उर्फ अरविंद कुमार प्रामाणिक (सोनाहातू) और महाराजा उर्फ कालेश्वर महतो फरार हैं. तीनों की तलाश में छापेमारी जारी है. सिटी एसपी ने बताया कि लेवी वसूलनेवाले गिरोह का सरगना कमांडर प्रभात उर्फ लखन सिंह है. वह पूर्व अपराधी उमा शंकर सिंह का भाई है, जिसकी हत्या चुटिया में हो चुकी है.
मिलन पोद्दार ने डर से दिये थे एक लाख रुपये
सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के दुर्गा मंदिर के समीप कृष्णा अपार्टमेंट के एक फ्लैट में रहनेवाले मिलन पोद्दार के एक स्टाफ को 13 नवंबर को पीएलएफआइ उग्रवादियों के नाम से लिखा एक परचा मिला था. परचे में खुद को एरिया कमांडर बताते हुए नरेश ने पीएलएफआइ संगठन के विकास के लिए 80 लाख रुपये लेवी की मांग की थी. लेवी नहीं देने पर उग्रवादियों ने जान से मारने की धमकी दी थी. धमकी मिलने के बाद मिलन पोद्दार ने डर से एक लाख रुपये लेवी दी. इसके बावजूद उग्रवादियों ने मिलन पोद्दार से लेवी मांगना जारी रखा. पुलिस की इस कार्रवाई में कोतवाली डीएसपी दीपक अंबष्ट, सुखदेवनगर थानेदार रणधीर कुमार शामिल थे.
बड़े व्यवसायी थे टारगेट पर
गिरफ्तार लोगों के पास से पीएलएफआइ का जो परचा बरामद हुआ है, उसमें से एक परचे में प्रभात ने खुद को पीएलएफआइ का एरिया कमांडर बताते हुए लिखा है कि संगठन को एके-47 हथियार की आवश्यकता है. हथियार नहीं देने पर संगठन के सदस्य फौजी कार्रवाई करेंगे. पुलिस का अनुमान है कि परचा व्यवसायियों के पास भेजने के लिए तैयार किया गया था. बड़े व्यवसायियों से लेवी वसूलने की योजना थी.