204 आंगनबाडी केंद्रों में पोषाहार बाधित
नगरऊंटारी (गढ़वा). स्थानीय बाल विकास परियोजना कार्यालय से संबंध नगरऊंटारी, रमना व विशुनपुरा प्रखंड के 204 आंगनबाड़ी केंद्रों में विगत आठ माह से पोषाहार बाधित है. आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले तीन से छह वर्ष के लगभग सात हजार बच्चे पोषाहार नहीं मिलने से प्रभावित हैं. आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार नहीं मिलने से बच्चों की […]
नगरऊंटारी (गढ़वा). स्थानीय बाल विकास परियोजना कार्यालय से संबंध नगरऊंटारी, रमना व विशुनपुरा प्रखंड के 204 आंगनबाड़ी केंद्रों में विगत आठ माह से पोषाहार बाधित है. आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले तीन से छह वर्ष के लगभग सात हजार बच्चे पोषाहार नहीं मिलने से प्रभावित हैं. आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार नहीं मिलने से बच्चों की उपस्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को खिचड़ी व सत्तू का लड्डू दिया जाता है. इसके लिए अप्रैल माह से ही आंगनबाड़ी केंद्रों को राशि प्राप्त नहीं हो रहा है. जिला द्वारा माता समिति के खाते में राशि नहीं भेजे जाने के कारण बच्चे पोषाहार से वंचित है. विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों की उपस्थिति शत प्रतिशत करने के लिए सेविकाओं को बार-बार निर्देशित भी किया जाता है. उधर धातृ व गर्भवती महिलाओं को पोषाहार के रूप में रेडी टू इट दिया जा रहा है. इसका आपूर्ति सेविकाओं को बाल विकास परियोजना कार्यालय से किया जाता है. परियोजना कार्यालय से रेडी टू इट आंगनबाड़ी केंद्र ले जाने में खर्च होने वाली राशि सेविकाओं को वहन करना पड़ रहा है, जिसके कारण सेविकाओं को काफी परेशानी हो रही है.